UTTARAKHAND:हल्द्वानी हिंसा के मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार आरोपियों को सबक सिखा रही है। आरोपियों की सलाखों के पीछे पहुंचाया जा रहा है। मुख्य आरोपी और बनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी के लिए 6 विशेष टीमें बनाई गई हैं। वहीं बनभूलपुरा कांड के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक से हिंसा के दौरान हुए नुकसान की वसूली का निर्णय लिया गया है। अब्दुल मलिक को बनभूलपुरा हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई के लिए 2 करोड़ 44 लाख रुपए करोड़ की वसूली का नोटिस जारी किया गया है। 15 फरवरी तक रकम जमा कराने के आदेश दिए गए हैं। नोटिस में कहा गया है कि बनभूलपुरा के मालिक का बगीचा क्षेत्र में किए गए अतिक्रमण को हटाने के दौरान हुई हिंसा और उपद्रव में नगर निगम की संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। मौके पर मौजूद नगर निगम के ट्रैक्टर और जीप के साथ ही लोडर वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
बनभूलपुरा से जाने और आने पर लगा प्रतिबंध!
नगर निगम ने शुरुआती आकलन में 2 करोड़ 44 लाख रुपये की संपत्ति के नुकसान का अनुमान लगाया है। वहीं 15 फरवरी तक रकम जमा नहीं करने पर अब्दुल मलिक कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। नोटिस के मुताबिक, नगर निगम की लोडर गाड़ियों, ट्रैक्टर, कूड़ा गाड़ियों, बोलेरो और यूटिलिटी व्हीकल्स को नुकसान पहुंचा है। नगर आयुक्त की ओर से नुकसान का आकलन किए जाने के बाद नोटिस जारी किया गया है। वहीं दंगाईयों को दबोचने के लिए पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। बनभूलपुरा में ना तो किसी को अंदर आने की इजाजत है और ना ही किसी को बाहर जाने की।
विवादित जगह पर बन गई पुलिस चौकी
हलद्वानी हिंसा मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए थे। इसकी जिम्मेदारी चर्चित IAS ऑफिसर दीपक रावत को दी गई है, जो फिलहाल कुमाऊं के कमिश्नर हैं। दीपत रावत 15 दिनों के अंदर इस मामले में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के बाद विवादित स्थान पर देखरेख के लिए पुलिस चौकी बना दी गई है। हलद्वानी के SSP प्रह्लाद मीणा के मुताबिक, दंगाईयों के कब्ज़े से मुक्त कराई गई ज़मीन पर पुलिस चौकी खोल दी गई है। उन्होंने ये भी बताया कि, अबतक 36 दंगाईयों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उधर, हल्द्वानी के बनभूलपुरा से मुस्लिम परिवार पलायन कर रहे हैं। अब इसे खुद को पीड़ित दिखाने की कोशिश हो या कार्रवाई से बचने का डर, लेकिन कई मुस्लिम परिवार इलाका छोड़कर जा रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब 500 अधिक परिवार शहर छोड़ चुके हैं।