‘द केरल स्टोरी’ (The Kerala Story) को लेकर जारी विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को कहा कि ये फिल्म आतंकी साजिश (Terrorist Plot) पर आधारित है। ये आतंकवाद (Terrorism) की बदसूरत सच्चाई (The Ugly Truth) को दिखाता है और आतंकवादियों के डिजाइन को उजागर करता है। कांग्रेस (Congress) आतंकवाद पर बनी फिल्म का विरोध कर रही है और आतंकी प्रवृतियों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए आतंकवाद का बचाव (Defense of Terrorism for Vote Bank) किया है। बेल्लारी की चुनावी जनसभा (Election rally in Bellary) में पीएम मोदी ने कहा कि…
“मैं ये देखकर हैरान हूं कि कांग्रेस अपने वोट बैंक के लिए आतंकवाद के आगे घुटने टेक चुकी है। क्या ऐसी पार्टी कभी कर्नाटक को बचा पाएगी? आतंक के माहौल में यहां के उद्योग, आईटी उद्योग, कृषि, खेती और गौरवशाली संस्कृति नष्ट हो जाएगी।”
केरल में धर्मांतरण और सांप्रदायिक एजेंडे पर प्रहार!
‘द केरल स्टोरी’ ने एक सांप्रदायिक एजेंडा (Communal Agenda) और चर्चा के लिए एक मजबूत विषय चुना है। ये फिल्म केरल में युवा हिंदू महिलाओं के कथित कट्टरपंथीकरण (Radicalization) और इस्लाम में धर्मांतरण (Conversion to Islam) के इर्द-गिर्द केंद्रित है, जिसके बाद उन्हें ISIS जैसे आतंकी संगठन में शामिल होने और आत्मघाती हमलावरों (Suicide Bombers) या सेक्स गुलामों में बदलने के लिए मजबूर किया जाता है।
फिल्म इस बात पर भी प्रहार करती है कि कैसे साम्यवाद और धर्म का इस्तेमाल लोगों में डर पैदा करने के लिए किया जाता है और कैसे उनका ब्रेनवॉश (Brainwash) किया जाता है।
द केरल स्टोरी में कार्ल मार्क्स के सिद्धांत हैं और ये रामायण पर सवाल उठाता है, जो धर्म पर बहस की ओर ले जाता है, और इस तरह, फिल्म को सभी विवादों और प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ रहा है।
द केरल स्टोरी की कहानी तीन लड़कियों के बारे में है जिनका जीवन ISIS द्वारा नष्ट कर दिया गया। फिल्म की शुरुआत इंटेरोगेशन रूम से जहां अदा शर्मा अपने भयानक और दुखद अतीत के बारे में बताती हैं। उसकी बैकस्टोरी चार नर्सिंग कॉलेज के छात्रों के इर्द-गिर्द घूमती है। कहानी शालिनी के नजरिए से सुनाई गई है, जहां वो अपनी रूममेट्स गीतांजलि (सिद्धि इदनानी), निमाह (योगिता बिहानी) और आसिफा (सोनिया बलानी) के बारे में बात करती है।