प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज (शुक्रवार) को पश्चिम बंगाल (West Bengal) के दौरे पर गए। पीएम का ये दौरा ऐसे समय में हुआ है जब राज्य में बीजेपी (BJP) और टीएमसी (TMC) के बीच संदेशखाली (Sandeshkhali) पर तनातनी चल रही है। खास बात ये रही की पीएम ने उस जगह जनसभा की जो संदेशखाली से काफी नज़दीक है। पीएम मोदी ने संदेशखाली से 154 किलोमीटर दूर आरामबाग (Arambagh) में जनता को संबोधित किया। उन्होंने ना सिर्फ ममता बनर्जी बल्कि I.N.D.I. अलायंस को भी आड़े हाथों लिया। प्रधानमंत्री मोदी आक्रामक नज़र आए। उन्होंने कहा कि, ''इंडी गठबंधन के नेता संदेशखाली पर चुप हैं। इससे पूरा देश दुखी है।'' यही नहीं उन्होंने इंडी गठबंधन के नेताओं पर 'आंख-कान-नाक-मुंह' गांधी जी के तीन बंदरों की तरह बंद करने का आरोप भी लगाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले एक बार दीदी यानि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर सीधा हमला बोला। उन्होंने TMC पर पश्चिम बंगाल में अत्याचार और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। पीएम ने कहा कि, ''देश की इन उपलब्धियों के बीच बंगाल की स्थिति भी आज पूरा देश देख रहा है। मां, माटी, मानुष का ढोल पीटने वाली TMC ने संदेशखाली की बहनों के साथ जो किया है, वो देखकर पूरा देश दुखी है, आक्रोशित है।''
शाहजहां शेख की अकड़, बीजेपी के आक्रामक तेवर
संदेशखाली हिंसा के आरोपी (Accused of Sandeshkhali violence) और TMC से निलंबित नेता शाहजहां शेख (Shahjahan Sheikh) को लेकर बंगाल में हंगामा जारी है। पुलिस ने उसे भले ही गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन जिस तरीके से वो कैमरे पर हेकड़ी दिखाता नज़र आया था, उसपर ममता बनर्जी सरकार सवालों के घेरे में है। यही नहीं शाहजहां शेख के कोर्ट में पेश होने के तरीके पर ममता सरकार घिरती नज़र आ रही है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि, शाहजहां शेख की गिरफ़्तारी एक सियासी समझौता है। बीजेपी नेताओं ने दावा किया है कि मीडिया और बीजेपी के दबाव की वजह से शाहजहां शेख को मजबूरी में गिरफ्तार किया गया। यही वजह है कि जब कोर्ट में उसे पेश किया गया तो उसकी अकड़ वाली चाल ने साबित कर दिया कि ममता की सरकार उसके साथ है।
बंगाल पुलिस और ममता सरकार की नीयत पर सवाल क्यों?
शाहजहां शेख को 5 जनवरी को संदेशखाली में ED की टीम पर हुए हमले के आरोप में गिरफ्तार कर कल कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से कोर्ट ने उसे 10 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया था। गौरतलब है कि संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न और उनकी ज़मीन हड़पने के मामले में शाहजहां शेख मुख्य आरोपी है। राशन घोटाले में नाम आने और ED की छापेमारी के बाद से ही वो गायब था। बंगाल सरकार पर उसे गिरफ्तार करने का बहुत ज़्यादा दबाव था। आखिरकार 55 दिनों के बाद ममता बनर्जी की पुलिस ने उसे पकड़ लिया। गौर करने वाली बात ये रही कि पुलिस ने शाहजहां शेख को नॉर्थ 24 परगना के मिनाखन इलाके से गिरफ्तार किया था। ये इलाका संदेशखाली से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मतलब ये कि शाहजहां शेख संदेशखाली में ही था और पुलिस उसे ढूंढे नहीं ढूंढ पा रही थी। यही वजह है की बीजेपी ममता सरकार पर शाहजहां शेख को संरक्षण देने का आरोप लगा रही है।