कर्नाटक (Karnataka) के मैसूरू (Mysore) से भारत के विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रमण्यम जयशंकर ( S Jaishankar) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर तीखा वार किया। चीन (China) के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने ना सिर्फ राहुल गांधी पर तंज़ कसा बल्कि विदेश नीति पर सोच समझकर बोलने की नसीहत भी दी। दरअसल, कर्नाटक के मैसूरू में एक कार्यक्रम के दौरान जयशंकर से पूछा गया कि राहुल गांधी कहते हैं कि आप चीन के खतरे को नहीं समझते, इस पर आप क्या कहेंगे। जिसपर उन्होंने राहुल गांधी पर तंज़ कसते हुए कहा कि, वो चीन पर उनसे क्लास लेना चाहते थे, लेकिन पता चला है कि राहुल गांधी तो खुद चीनी राजदूत (Chinese Ambassador) से चीन पर क्लास ले रहे हैं।
‘विदेशों में भारत की छवि खराब कर रहे हैं राहुल गांधी’
डॉक्टर एस जयशंकर ने विदेशों में भारत की स्थिति कमज़ोर करने को लेकर भी राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि, दुर्भाग्य की बात है कि विदेश नीति राजनीति का अखाड़ा बन गई है। मुझे पता है कि राजनीति में सब कुछ राजनीतिक है, लेकिन कुछ मुद्दों पर हमें ऐसा व्यवहार करना चाहिए, जिससे विदेशों में भारत की स्थिति कमजोर न हो। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मैसूरू के इस कार्यक्रम में राहुल गांधी के उस आरोप का भी जवाब दिया जिसमें उन्होंने भारत की ज़मीन पर चीन के कब्ज़े की बात कही थी। एस जयशंकर ने इशारों-इशारों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को झूठा करार दिया। उन्होंने कहा कि, भारतीय ज़मीन पर चीनी कब्ज़े की बात सफेद झूठ है। एस जयशंकर ने ये भी कहा कि पैंगॉन्ग में चीन के पुल बनाने को लेकर गलत जानकारी फैलाई गई। एस जयशंकर ने कहा कि…
'' लद्दाख में पैंगॉन्ग त्सो झील के पास चीन के पुल बनाने को लेकर खूब हंगामा हुआ। ऐसा कहा गया कि आपने अपना इलाका गंवा दिया और वो वहां पुल बना रहे हैं। लेकिन, सच्चाई ये है कि उस इलाके में चीनी 1959 में आए थे और 1962 में वहां कब्ज़ा कर लिया। लेकिन, इसको अलग तरीके से पेश किया गया। कुछ आदर्श गांवों के मामले में भी ऐसा ही हुआ। ये गांव उन क्षेत्रों में बनाए गए थे, जिन्हें हमने 1962 में या 1962 से पहले ही खो दिया था।''
राहुल गांधी पर क्यों फूटा एस जयशंकर का गुस्सा ?
एस जयशंकर ने इस मामले में इशारों-इशारों में कांग्रेस को राजनीति ना करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि, 1962 में जो हुआ वो किसकी गलती है, मैंने कभी इस बारे में बात नहीं की। ये हमारी सामूहिक विफलता थी। इसे राजनीतिक रंग देना जरूरी नहीं समझता। इन मुद्दों पर वास्तव में दोनों देशों को बातचीत करने की जरूरत है।” दरअसल, देश और विदेशों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी कई बार चीन के मुद्दे पर सरकार को घेरते रहे हैं। वो आरोप लगाते रहे हैं कि चीन ने भारत की कई हेक्टेयर ज़मीन पर कब्ज़ा कर लिया है। यही नहीं राहुल गांधी आरोप लगाते रहे हैं कि केंद्र सरकार चीन से मिल रही चुनौतियों पर ध्यान नहीं दे रही।