Lucknow, UP: भारतीय राजनीति का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है। माननीय मर्यादा की लक्ष्मण रेखा लांघकर विरोधियों के लिए ऐसे शब्दों को प्रयोग करने लगे हैं जिनके बारे में ना तो लिखा जा सकता है और ना ही कुछ बोला जा सकता है। समाजवादी पार्टी का ट्विटर हैंडल चलाने वाले मनीष अग्रवाल (Manish Agrawal) ने ऐसी ही अमर्यादित टिप्पणी की जिसे लेकर बवाल मच गया। आरोपों के मुताबिक मनीष अग्रवाल ने समाजवादी पार्टी मीडिया सेल के वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य,प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी,प्रवक्ता आलोक अवस्थी, प्रवक्ता मनीष शुक्ला समेत कई नेताओं पर अभद्र टिप्पणी की। इतना ही नहीं आरोप है कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट पर उन्हें तू-तड़ाक कर जवाब दिया गया। ये टिप्पणी मौर्य के उस ट्वीट के जवाब में की गई थी जिसमें केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा था कि, ‘उपचुनाव परिणाम भविष्य के लिए निर्णायक संदेश देने वाले होंगे।’ हालांकि केशव मौर्य ने इस ट्वीट को बाद में डिलीट कर दिया था। लेकिन, इसके बावजूद मनीष अग्रवाल ने ट्वीट कर आपत्तिजनक टिप्पणी की। लखनऊ (Lucknow) की हज़रतगंज कोतवाली में उनके खिलाफ 3 मुकदमें भी दर्ज थे, लिहाज़ा मनीष को आज सुबह पुलिस ने हजरतगंज इलाके से ही गिरफ्तार कर लिया।

मनीष की गिरफ़्तारी पर लखनऊ में सपा का गदर
समाजवादी पार्टी के नेता मनीष अग्रवाल की गिरफ़्तारी के बाद पार्टी कार्यकर्ताओ ने जमकर बवाल काटा। लखनऊ में कई जगह सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। यही नहीं समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने BJP नेता ऋचा राजपूत (Richa Rajpoot) के खिलाफ FIR दर्ज करा दी। ऋचा राजपूत पर डिंपल यादव के खिलाफ अभद्र शब्दों का प्रयोग करने का आरोप है।
थाने पहुंचे अखिलेश यादव का आक्रोश
मनीष अग्रवाल की गिरफ़्तारी के बाद समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय पहुंचे।
सपा ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। समाजवादी पार्टी ने लिखा कि, अखिलेश पुलिस मुख्यालय में मौजूद हैं, लेकिन पुलिस का कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति अब नहीं पहुंचा है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अखिलेश यादव ने पुलिस मुख्यालय में अपने गुस्से का इज़हार किया। अखिलेश यादव से चाय के लिए पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, ‘चाय नहीं पीएंगे, चाय में ज़हर दे देगो तब, मुझे भरोसा नहीं है। सच में भरोसा नहीं है मुझे, हम बाहर से मंगाकर चाय पीएंगे।’ यही नहीं अखिलेश यादव मनीष जगन अग्रवाल से मिलने लखनऊ जेल भी गए।
समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव परप यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने तंज़ कसा और कहा कि, पुलिस मुख्यालय पहुंच कर जिस लहज़े में वो बात करते हैं, ये उनकी कार्यशैली दर्शाता है। उनको समाजवादी सोच की भी परवाह नहीं है। वो मनीष अग्रवाल जैसे लोगों के खुद संरक्षक हैं।’

कौन हैं विवादित बयान देने वाले मनीष अग्रवाल ?
मनीष अग्रवाल सीतापुर के बिसवां कस्बे के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि मनीष का परिवार कई सालों से राजनीति में सक्रिय था। उनके दादा स्वतंत्रता सेनानी थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मनीष के दादा जगन जगन्नाथ प्रसाद तीन बार विधायक और दो बार सांसद भी रहे।