पश्चिम बंगाल (West Bengal) के नॉर्थ 24 परगना जिले में स्थित संदेशखाली (Sandeshkhali) में महिलाओं और कम उम्र की लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment) मामले को लेकर बवाल जारी है। BJP ने 6 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई और उसे संदेशखाली जाकर मामले की पूरी रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। इस 6 सदस्यीय कमेटी में केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी (Union Minister Annapurna Devi) संयोजक, जबकि केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक, सांसद सुनीता दुग्गल, सांसद कविता पाटीदार, सांसद संगीता यादव और राज्यसभा सांसद बृजलाल सदस्य हैं। लेकिन, शुक्रवार को संदेशखाली जा रही बीजेपी की इस टीम को संदेशखाली पुलिस ने धारा-144 लागू होने का हवाला देते हुए सरबेरिया रामपुर में ही रोक दिया। कई घंटों तक बीजेपी कार्यकर्ताओं (BJP Workers) और पुलिस के बीच कहासुनी भी हुई। कहासुनी के बाद भी दीदी की पुलिस टस से मस नहीं हुई तो संदेशखाली जाने की मांग करती बीजेपी की टीम अपने समर्थकों के साथ सड़क पर ही बैठ गई और काफी देर तक धरना दिया।
ममता बनर्जी की तानाशाही की कब्र खुदना तय है।
मंत्री अन्नपूर्णा देवी के नेतृत्व में बीजेपी सांसद प्रतिनिधिमंडल को संदेशखाली पहुंचने से रोक दिया गया है।
सड़क पर बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य और बीजेपी कार्यकर्ता कई घंटे तक संदेशखाली जाने की मांग पर अड़े रहे। लेकिन, बंगाल पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया। इसपर 6 सदस्यीय कमेटी की संयोजक और केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि, ''टारगेट कर-कर के हिंदू बेटियों को, बहनों को प्रताड़ित किया जा रहा है और ये सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। आज जितनी मुस्तैदी ये दिखा रहे हैं ये उस दिन नहीं दिखा सकते थे।'' काफी देर तक पुलिस के साथ हुई बहस के बाद बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी कोलकाता लौट गई। कमेटी ने बंगाल के राज्यपाल को इस मामले से जुड़ी रिपोर्ट सौंपी। वहीं एथिक्स कमेटी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda ने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ हो रहे यौन उत्पीड़न व हिंसा की घटनाओं को हृदय विदारक बताया और संपूर्ण घटना हेतु पार्टी की उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। pic.twitter.com/1bJUNhrFaM
TMC के फरार नेता शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संदेशखाली में पिछले एक हफ्ते से विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। 14 फरवरी को बीजेपी नेता और कार्यकर्ता पीड़ितों से मिलने गए थे। इस दौरान पुलिस से उनकी झड़प हुई थी। इसके बाद से ही संदेशखाली समेत 7 ग्राम पंचायतों के 500 मीटर के दायरे में 19 फरवरी तक धारा 144 लागू है। लेकिन, बीजेपी नेता वहां जाकर पीड़ित महिलाओं से मिलना चाहते हैं। ऐसी ही कोशिश बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी की थी। लेकिन, बशीरहाट में उन्हें रोक दिया गया। यही नहीं पुलिस ने लाठी चार्ज कर दी, जिसमें सुकांत मजूमदार घायल हो गए, जिनका इलाज फिलहाल कोलकाता के अपोलो अस्पताल में चल रहा है।
शुक्रवार को बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और जाने-माने एक्टर मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) भी सुकांत मजूमदार से मिलने कोलकाता पहुंचे। उन्होंने सुकांत मजूमदार से उनका हाल-चाल जाना।
कांग्रेस ने भी ममता बनर्जी को घेरा
संदेशखाली मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चौतरफा घिरती दिख रही हैं। बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस भी ममता बनर्जी से जवाब मांग रही है। राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के बंगाल अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने भी संदेशखाली जाकर महिलाओं से मिलने की कोशिश की। लेकिन, उन्हें भी पुलिस-प्रशासन ने धारा-144 का हवाला देकर रोक दिया। जिसके बाद अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी सरकार को आड़े हाथों लिया। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, ''बंगाल की मुख्यमंत्री आप भी तो एक महिला हैं, महिला होने के बावजूद आपका विवेक काम नहीं कर रहा? मां, माटी, मानुष की नेता होते हुए भी आपका विवेक काम नहीं कर रहा कि जाएं और एक बार देखें कि संदेशखाली की महिलाएं क्यों रो रही हैं।'' जबकि, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ममता सरकार से मामले की जांच कराने की अपील करने के साथ बीजेपी को भी घेरा। उन्होंने कहा कि, '' लॉ एंड ऑर्डर तो राज्य सरकार की ज़िम्मेदारी है, लिहाज़ा राज्य सरकार को इसको गंभीरता से लेना चाहिए और ऐसे हादसे को राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।
औरतों को उठाकर ले जाते थे TMC के गुंडे?
दरअसल, एक महीना पहले ED ने राशन घोटाला मामले में TMC नेता शाहजहां शेख (TMC leader Shahjahan Sheikh) के ठिकानों पर छापा मारा था। इस दौरान ED टीम पर हमला भी हुआ था। तब से शाहजहां शेख फरार है। उसके फ़रार होने के बाद सामने आई संदेशखाली की महिलाओं ने शाहजहां शेख और उसके साथियों पर यौन उत्पीड़न, हिंसा और जमीन हड़पने के आरोप लगाए हैं। संदेशखाली की महिलाओं का आरोप है कि शाहजहां शेख के लोग गांव में घर-घर जाकर सर्वे करते थे और घर में कोई सुंदर महिला या लड़की दिखती है तो वो उसे पार्टी ऑफिस ले जाते थे। आरोप है कि शेख और उसके साथी महिला या लड़की को कई रातों तक TMC के पार्टी ऑफिस में रखते थे। ये भी आरोप है कि TMC के पार्टी ऑफिस में महिलाओं और लड़कियों का रेप किया जाता था। यही नहीं संदेशखाली की महिलाओं का आरोप है कि TMC के लोग मारपीट कर उनकी ज़मीन पर कब्ज़ा कर लेते हैं।
संदेशखाली की महिलाएं टीएमसी नेताओं और उनके गिरोहों की यातना का वर्णन कर रही हैं, जिसमें यौन शोषण से लेकर जमीन पर कब्जा और लूट तक सब कुछ शामिल है।
एक ने कहा, ''पट्टे के नाम पर हमारी जमीन हड़प ली जाती है. उन्होंने भूमि पर मछलीपालन किया। पिछले 3 साल से उन्होंने लीज मनी का भुगतान… pic.twitter.com/0WmgRasFU2