MAHARASHTRA: उद्धव ठाकरे गुट ने राहुल गांधी की ‘मैं सावरकर नहीं हूं, मैं गांधी हूं’ टिप्पणी को लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया। सांसद संजय राउत के हवाले से कहा गया कि उद्धव ठाकरे गुट ने निलंबित सांसद राहुल गांधी की “मैं सावरकर नहीं हूं, मैं गांधी हूं” टिप्पणी को लेकर सोमवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर कांग्रेस की बैठक में भाग नहीं लेने का फैसला किया है। शिवसेना (UBT) के सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि कांग्रेस द्वारा बुलाई गई किसी भी बैठक में पार्टी का कोई भी सदस्य शामिल नहीं होगा।शिवसेना (UBT) पहले ही गांधी की टिप्पणियों की निंदा कर चुकी है और पार्टी प्रमुख ठाकरे ने रविवार को कहा था कि वो हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर को अपना ‘आदर्श’ मानते हैं और कांग्रेस नेता को उनका ‘अपमान’ करने से बचना चाहिए।
ठाकरे ने कहा कि तीन दलों- शिवसेना (UBT), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का महा विकास आघाड़ी (MVA) गठबंधन लोकतंत्र की रक्षा के लिए बनाया गया था और इसके लिए एकजुट होकर काम करना आवश्यक था। उत्तरी महाराष्ट्र के नासिक जिले के मुस्लिम बहुल कपड़ा शहर मालेगांव में एक रैली को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि..
''सावरकर हमारे आदर्श हैं और अगर हमें अपने लोकतंत्र की रक्षा के लिए मिलकर लड़ना है तो उनका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सावरकर को अंडमान सेलुलर जेल में 14 साल तक अकल्पनीय यातना का सामना करना पड़ा। हम केवल दुखों को पढ़ सकते हैं। यह बलिदान का एक रूप है।''
उद्धव ने कहा, ‘मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि हम अपने देश के लोकतंत्र और इसके संविधान को बचाने के लिए एक साथ आए हैं। लेकिन आपको जानबूझकर उकसाया जा रहा है। अगर हम इस समय को बर्बाद होने देंगे तो लोकतंत्र का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। 2024 आखिरी चुनाव होगा। शिवसेना (UBT) के नेता राउत ने भी सोमवार को गांधी की टिप्पणियों पर नाखुशी जाहिर की थी और इसे ‘गलत बयान’ करार दिया था। राउत ने कहा कि सावरकर हमारी प्रेरणा हैं और वह इस मुद्दे पर राहुल गांधी से बात करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा, ‘यह गलत बयान है। वह निश्चित रूप से गांधी हैं लेकिन सावरकर को घसीटने की जरूरत नहीं है। सावरकर हमारी प्रेरणा हैं। महाराष्ट्र में हमारी लड़ाई के पीछे छत्रपति शिवाजी महाराज और वीर सावरकर प्रेरणा हैं।’