लखनऊ: यूपी विधानसभा में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को चारों खाने चित कर दिया। विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल के मर्डर पर बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर ही ऐसे सवाल दाग दिए की सब सन्न रह गए। योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर माफियाओं को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि…
''प्रयागराज की घटना पर सरकार ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के आधार पर कार्य कर रही है। लेकिन जिस अपराधी द्वारा ये घटना हुई,क्या वो समाजवादी पार्टी द्वारा नहीं पोषित किया गया?,क्या उसे सपा द्वारा सांसद नहीं बनाया गया,उस अतीक अहमद को समाजवादी पार्टा द्वारा पोषित किया गया। हम उस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे''
प्रयागराज की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद आक्रामक और गुस्से में नज़र आए। उन्होंने सवाल किया कि पेशेवर मफियाओं के सरपरस्त कौन हैं। उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, ‘अगर आपके कर्मों से जनता आपको ठुकरा दे रही है तो अपने आप को दोषी ठहराएं ना कि जनता को’। योगी आदित्यनाथ ने सामजवादी पार्टी को स्टेट गेस्ट हाउस कांड और लड़के हैं गलती कर देते हैं वाली बात याद दिलाते हुए तंज़ कसा। हालांकि, इस दौरान उन्होंने अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर कहा कि, ये लोग प्रदेश की सुरक्षा की बात करते हैं, शर्म आनी चाहिए उन्हें जो अपने बाप के नहीं हुए।
--- उमेश पाल हत्याकांड में अबतक का अपडेट --- - प्रयागराज पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में अतीक के भाई, पत्नी सहिस्ता प्रवीण और उसके बेटों अहजान और अबान के खिलाफ FIR दर्ज की है - उमेश पाल हत्याकांड में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अतीक अहमद के बेटों सहित कुल 14 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। - मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए प्रयागराज के संयुक्त सीपी के नेतृत्व में कुल दस टीमों का गठन किया गया है। - डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि STF इस मामले को देख रही है। सभी आरोपियों को पकड़ा जाएगा और मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा।
शिवपाल का नाम लेकर योगी का अखिलेश पर प्रहार
विधानसभा में योगी आदित्यनाथ से समाजवादी पार्टी शासनकाल के दौरान हुए, लैपटॉप घोटाले, खाद्यान्न घोटाले, गोमती रिवर फ्रंट घोटाले, मुजफ्फरनगर के दंगे, भर्तियों में खेल, आतंकियों पर लगे मुकदमों को वापस लेने और एक पत्रकार जोगेंदर सिंह को जिंदा जलाने का मामला भी उठाया। उन्होंने शिवपाल सिंह यादव का नाम लेकर भी अखिलेश पर प्रहार किया।
''शिवपाल जी जब मैं आपको देखता हूं तो महाभारत याद आता है। आप जैसा यशस्वी व्यक्ति बार बार अपमानित होता है। आप जैसे अनुभवी लोगों के अनुभव का सम्मान नहीं करते हैं।''
रामचरितमानस विवाद पर योगी बोले..शर्म करो समाजवादियों
हाल ही में रामचरितमानस पर सपा के स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादत बयान को लेकर भी योगी आदित्यनाथ ने हमलावर रुख अख्तियार करते हुप अखिलेश की पार्टी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि, जिस विपक्षी दल को अपने प्रदेश पर गौरव की अनुभुति होनी चाहिए, राम पर गर्व होना चाहिए, बाबा तुलसी पर गर्व करना चाहिए, वो पूरे प्रदेश में मानस को जला रहे हैं, तो क्या संदेश दे रहे हैं 100 करोड़ हिंदुओं को। उन्होंने आगे कहा कि,
''राम चरित मानस को सपा का कार्यालय दूषित करने का काम कर रहा है। ताड़न का क्या अर्थ होता है..ताड़न का अर्थ देखभाल करने और शिक्षित करने से है... पूर्ण विकसित करने से है। ढोल का मतलब वाद्ययंत्र हैं, गंवार का मतलब अशिक्षित से है, शूद्र का मतलब श्रमिक वर्ग से है किसी जाति विशेष से नहीं है और नारी का मतलब स्त्री से है क्योंकि जस समय इसको रचा गया उस समय मातृसत्ता की अच्छी नहीं थी। मध्यकालीन भारत में तुलसीदास जी ने सभी हिंदुओं को एक करने का काम किया।''
योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान महाकवि रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता भी सुनाई…
मूल जानना बड़ा कठिन है नदियों का, वीरों का,
धनुष छोड़ कर और गोत्र क्या होता है रणधीरों का,
पाते हैं सम्मान तपोबल से भूतल पर शूर,
‘जाति-जाति’ का शोर मचाते केवल कायर क्रूर।