अपना घर, अपने लोग, अपना देश.. ये लफ्ज जुबां पर आते ही मन में जो पहली भावना आती है वो है अपनापन और सुरक्षा। मगर चीन के लोग अपने ही देश से खौफ खाने लगे हैं। राष्ट्रपति शी जिनपिंग की दादागीरी, उनकी आर्थिक और कोविड नीतियों की वजह से लोग इस कदर परेशान हो गए हैं कि अब वो अपना देश छोड़ने लगे हैं। चीन के ज्यादातर अमीर लोग जापान का रूख कर रहे हैं। वॉल स्ट्रीट जनरल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक…
- इस साल यानि 2022 के पहले 10 महीनों में, 2 हज़ार 133 चीनी नागरिक जापान गए।
- जबकि, पिछले 2019 में यानि कोरोना से पहले ये आंकड़ा 1 हज़ार 417 का था।
जापान में चीन के 7 लाख 80 हज़ार लोग
आम तौर पर वीज़ा एक साल तक के लिए रहता है। लेकिन, रिपोर्ट के मुताबिक चीन के अमीर और कारोबारी लोग वीज़ा एक्सटेंड कर जापान में ही रहना पसंद कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका के बाद जापान दूसरा ऐसा मुल्क है जहां चीन के सबसे ज्यादा प्रवासी नागरिक रहते हैं। UN की मानें तो जापान में चीन के 7 लाख 80 हज़ार लोग रह रहे हैं। एक सच्चाई ये भी है कि जापान और चीन के संबंध अच्छे नहीं हैं। जापान के लोग भी चीन के नागरिकों को अपने पड़ोसी के तौर पर देखना बहुत ज़्यादा पसंद नहीं करते। हालांकि, इस सबके बावजूद चीन के लोग जापान में शांति से रह रहे हैं।
जापान से जबरन वापस भेजने का डर
जापान में रह रहे चीन के लोगों को अपने ही देश की खुफिया पुलिस का डर सता रहा है। उन्हें इस बात का डर सता रहा है कि कहीं चीन की पुलिस उन्हें जबरदस्ती जापान से वापस ना भेज दे।
- चीन की खुफिया पुलिस स्टेशन अक्सर चीन से भागे हुए या फिर चीन में लोकतंत्र के पक्ष में आवाज उठाने वाले लोगों के लिए होते हैं।
- इनसे चीन की कम्युनिस्ट सरकार को अपने अस्तित्व पर खतरा महसूस होता है
- उन्हें गैर-कानूनी तरीके से पकड़ कर वापस चीन भेजा जाता है
- कई मामलों में उन पर दबाव बनाया जाता है कि अगर वो चीन वापस अपनी मर्जी से नहीं गए तो चीन में रहने वाले उनके परिवार वालों को टॉर्चर किया जाएगा।
चीनी पुलिस का जापान में खुफिया अड्डा
सेफगार्ड डिफैंडर्स की एक रिपोर्ट की मानें तो चीनी पुलिस ने जापान की राजधानी टोक्यो में अपना एक खुफिया अड्डा खोला हुआ है, जबकि चीन के नानतुंग की पुलिस ने जापान के किसी दूसरे शहर में अपना एक अड्डा बनाया हुआ है। इन दो जगहों से चीनी नागरिकों को वॉन्टेड बताकर चीन भेजने का काम खुफिया तरीके से किया जा रहा है।