संयुक्त राष्ट्र में पूर्व अमेरिकी राजदूत और भारतवंशी निक्की हेली (Nikki Haley) ने मंगलवार को अपनी ही पार्टी के कद्दावर नेता डॉनल्ड ट्रंप से दो-दो हाथ करने का ऐलान कर दिया। रिपब्लिकन पार्टी की नेता निक्की हेली ने 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी दावेदारी ठोक दी। निक्की हेली ने एक वीडियो में कहा कि…
"यह नई पीढ़ी के नेतृत्व का समय है। राजकोषीय जिम्मेदारी को फिर से खोजने, हमारी सीमा को सुरक्षित करने और हमारे देश, हमारे गौरव और हमारे उद्देश्य को मजबूत करने के लिए।"
हेली खुद को एक चेंजमेकर के रूप में स्थापित कर रही हैं, जो एक पार्टी और देश को फिर से जीवंत कर सकती हैं, जो कहती हैं कि हाल के वर्षों में वो अपना रास्ता खो चुकी हैं, और उन्होंने अपने वीडियो में अपनी व्यक्तिगत पृष्ठभूमि को नस्लीय तनाव से उपजे राष्ट्र को एकजुट करने के तरीके के रूप में दिखाया। उन्होंने कहा कि..
"मैं भारतीय प्रवासियों की गौरवशाली बेटी थी। काली नहीं, गोरी नहीं। मैं अलग थी। लेकिन मेरी माँ हमेशा कहा करती थी, 'तुम्हारा काम मतभेदों पर ध्यान केंद्रित करना नहीं है, बल्कि समानताओं पर ध्यान देना है।"
निक्की हेली पर ट्रंप ने लगाए आरोप
अमेरिकी मामलों की जानकारी रखने वालों लोगों की मानें तो निक्की हेली की राष्ट्रपति की रेस में शामिल होने की घोषणा से फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डीसांटिस और ट्रम्प के उपाध्यक्ष माइक पेंस जैसे प्रतिद्वंद्वियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वहीं 51 साल की निक्की हेली रिपब्लिकन पार्टी के अंदर डॉनल्ड ट्रंप के सामने बड़ी चुनौती मानी जा रही हैं। ट्रंप के प्रवक्ता टेलर बुडोविक ने उनपर निशाना साधा और उनपर अपने स्वार्थ के लिए राजनीति करने का आरोप लगाया। ट्रंप की भतीजी मैरी एल ट्रंप तो गाली-गलौज पर उतर आईं और निक्की को सोशल मीडिया पर बुरा-भला कहे लगीं।
निक्की की दावेदारी कितनी मज़बूत ?
निक्की हेली ने उम्मीदवार होने का ऐलान तो कर दिया, लेकिन राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से वहीं नामांकन करेंगे इसे लेकर संशय है। क्योंकि अब रिपब्लिकन पार्टी जॉर्ज बुश वाली पार्टी नहीं है जहां अल्पसंख्यकों, खासतौर पर बाहर से आए लोगों को इतनी तवज्जो दी जाती है। रिपब्लिकन पार्टी पर ‘वाइट पॉलिटिक्स’ और नेशनलिस्ट होने का ठप्पा लग चुका है। डॉनल्ड ट्रंप की वजह से रिपब्लिकन पार्टी की छवि पूरी तरह बदल चुकी है। यहां ना तो दूसरे मूल के लोगों और ना ही औरतों को आगे बढ़ने दिया जाता है। ऐसे में इसकी संभावना बहुत कम है कि निक्की हेली के नाम पर पार्टी के बाकी के नेता मुहर लगाएंगे।
कैसे निमरत रंधावा बन गई निक्की हेली ?
- भारतीय मूल की अमेरिकी नेता निक्की हेली दो बार साउथ कैरोलिना राज्य की गवर्नर रह चुकी हैं
- निक्की संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत भी रही हैं
- निक्की हेली का नाम निमरत रंधावा था, जिनके माता-पिता अमेरिका में बस गए थे
- निक्की ने ईसाई धर्म अपना लिया और 1996 में माइकल हेली नाम के अमेरिकी व्यक्ति से शादी कर ली
- निक्की हेली की शादी ईसाई और सिख रीति रिवाज़ के साथ हुई थी
- जानकारी के मुताबिक निक्की के पति माइकल हेली साउथ कैरोलिना नेशनल आर्मी गार्ड में अफसर हैं
- निक्की और माइकल हेली के दो बच्चे हैं