29 जनवरी को मेलबर्न में तथाकथित खालिस्तान रेफरेंडम मतदान के दौरान फेडरेशन स्क्वायर में भारतीयों और खालिस्तानी समर्थकों के बीच कथित झड़प हुई थी। पहली घटना दोपहर 12:45 बजे (स्थानीय समयानुसार) और दूसरी शाम 4:30 बजे (स्थानीय समयानुसार) हुई। मतदान प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकवादी संगठन, सिख फॉर जस्टिस द्वारा आयोजित किया गया था। लेकिन, इस मतदान के दौरान हुई कथित झड़प को लेकर पुलिस ने केस दर्ज किया था। अब खबर आई है कि मेलबर्न ईस्ट नेबरहुड पुलिसिंग टीम ने खालिस्तान समर्थकों पर कार्रवाई की है। जानकारी के मुताबिक इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
भारतीयों के साथ हुई थी खालिस्तान समर्थकों की झड़प
मेलबर्न में साल के पहले महीने में खालिस्तान समर्थकों ने रेफरेंडम वोटिंग करवाने की कोशिश की थी। इस दौरान हथियारों का इस्तेमाल किया गया था, जिससे जनमत संग्रह के विरोध में एकत्रित हुए भारतीयों में से के कई पीड़ितों को शारीरिक चोटें आईं। बयान के अनुसार, एक पीड़ित के सिर में चोट लगी और दूसरे के हाथ में चोट आई। मौके पर मौजूद चिकित्सकों ने दोनों का इलाज किया। कई अन्य पीड़ितों को भी चोटें आईं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया था।
ऑस्ट्रेलिया में हिंसक झड़प मामले में 5 लोग गिरफ्तार
पुलिस ने कहा कि 29 जनवरी को हुई दोनों घटनाओं में घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और भीड़ को तितर-बितर कर दिया। दूसरी घटना के दौरान उन्हें ओसी स्प्रे का इस्तेमाल करना पड़ा था। घटना वाले दिन पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था। अब तीन और गिरफ्तारियां हुई हैं। कालकालो के एक 23 वर्षीय व्यक्ति, स्ट्रैथतुल्लाह के एक 39 वर्षीय व्यक्ति और क्रेगीबर्न के एक 36 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने गिरफ्तार तीनों लोगों के नामों का खुलासा नहीं किया है।
पीएम मोदी की अपील के बाद एक्शन में अल्बनीस सरकार
10 मार्च को ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीस की भारत यात्रा के दौरान, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में बढ़ती खालिस्तानी हिंसा का मुद्दा उठाया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि यह चिंता की बात है कि पिछले कई हफ्तों से ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमलों की खबरें नियमित रूप से आ रही हैं। उन्होंने कहा था कि, स्वाभाविक रूप से, भारत में लोग इन रिपोर्टों को पढ़ने के बाद चिंतित हैं और हम इसके बारे में चिंतित हैं। पीएम मोदी ने कहा था कि….
“मैंने प्रधानमंत्री अल्बनीज को अपनी भावनाओं और चिंताओं से अवगत करा दिया है, और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि भारतीय समुदाय की सुरक्षा उनके लिए एक विशेष प्राथमिकता है।”