चीन की कुल आबादी का करीब 40 फीसदी हिस्सा कोरोना से कराह रहा है। लेकिन, अभी तो ये सिर्फ कोरोना की खौफनाक फिल्म का ट्रेलर है। माना जा रहा है कि आने वाले हफ्तों में करीब 100 करोड़ लोग कोविड का शिकार हो सकते हैं। भले ही चीन की सरकार कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े छिपा रही हो, लेकिन मेडिकल एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि हालात काफी भयावह हैं। चीन ने 7 दिसंबर को जीरो कोविड नीति में ढील दी थी, जिसके बाद से ही यहां पर स्थिति बेकाबू बनी हुई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में रोज़ाना करीब 9000 लोग कोविड की वजह से मारे जा रहे हैं। जबकि आधिकारिक आंकड़ों में इस महामारी से अबतक सिर्फ 5200 लोगों की ही मौत हुई है।
फ्यूनरल होम फुल…सड़क किनारे अंतिम संस्कार
चीन के मानवाधिकार कार्यकर्ता जेनिफर ज़ेंग ने सोशल मीडिया पर कुछ सनसनीखेज वीडियोज़ पोस्ट किए हैं। इनमें से एक वीडियो में सड़क किनारे ही एक ताबूत में आग लगी हुई नज़र आ रही है। एक तरफ सड़क से लोग आ-जा रहे हैं, तो दूसरी तरफ एक लाश जल रही है। दावा किया जा रहा है कि ये लाश किसी और की नहीं बल्कि किसी कोविड पेशेंट की थी, जिसके अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं मिल पाई तो उसे उसके परिजनों ने सड़क किनारे ही फूंक दिया।
अंतिम संस्कार के लिए लोगों की भागम-भाग
चीन की मानवाधिकार कार्यकर्ता जेनिफर ज़ेंग के पोस्ट किए गए एक वीडियो में तो लोग दौड़ लगाते नज़र आए। बताया जा रहा है कि ये वीडियो Suzhou का है। यहां सुबह 6 बजे जैसे ही फ्यूनरल होम के दरवाजे खुले अपनों के अंतिम संस्कार के इंतज़ार में खड़े लोग भागने लगे। हर कोई सबसे पहले रजिस्ट्रेशन करा लेना चाहता था ताकि वो परिजनों का अंतिम संस्कार कर सकें।
पिता कोविड से बीमार हुआ तो रो पड़ा दूल्हा
चीन में पुरानी परंपरा है कि माता-पिता के आशीर्वाद लिए बगैर कोई शादी नहीं करता। लेकिन, एक जोड़े के आंखों में तब आंसू आ गए जब उसकी शादी से पहले ही लड़के पिता कोरोना से संक्रिमत होकर बीमार पड़ गए। लेकिन, लड़का अपनी होने वाली दुल्हन को लेकर अस्पताल पहुंचा, जहां पहले उसने अपने पिता का आशीर्वाद लिया और उसके बाद शादी की। सोशल मीडियो पर वायरल हो रहे इस वीडियो में दूल्हा-दुल्हन रोते नज़र आए।
चीन में मेडिकल स्टाफ की टूटती हिम्मत
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में तो एक स्वास्थ्यकर्मी रोती नज़र आई। बताया जा रहा है कि ये स्वास्थ्यकर्मी सुबह 8 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक नॉन स्टॉप काम कर रही थी। इस दौरान ना तो उसे खाना दिया मिल रहा था और ना ही पीने के लिए पानी। इस तरह का ड्यूटी से स्वास्थ्यकर्मी बुरी तरह टूट गई और रोने लगी।
कोरोना का ट्रेलर… पूरी पिक्चर बाकी ?
एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन की राजधानी बीजिंग की कुल आबादी में से 80 फीसदी और शंघाई के 70 फीसदी लोग कोविड की चपेट में आ चुके हैं। वहीं दूसरे शहरों में भी ये आंकड़ा 50 प्रतिशत से ऊपर पहुंच चुका है। चीन के एक एपिडिमियोलॉजिस्ट के मुताबिक ज्यादातर शहरों में 50 फीसदी लोगों के कोविड संक्रमित होने और मारे जाने की खबरें आई थीं। जबकि, इस एपिडिमियोलॉजिस्ट ने अनुमान लगाया है कि करीब 50 लाख कोविड मरीज ऐसे हैं जो गंभीर हैं और उन्हें इलाज ठीक से नहीं मिल पा रहा है।