डोनाल्ड ट्रम्प ऐसे पहले अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति हैं, जिन पर क्रिमिनल केस चलेगा। न्यूयॉर्क की मैनहैटन ग्रैंड जूरी ने गुरुवार को ट्र्म्प पर मुकदमा चलाने का फैसला किया है। ट्रम्प पर ये केस 2016 में राष्ट्रपति चुनाव से पहले पॉर्न स्टार के साथ अफेयर और चुप रहने के लिए पैसे देने के आरोप पर चलेगा। अगर ट्रम्प सरेंडर नहीं करते हैं तो उनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
4 अप्रैल को सरेंडर कर सकते हैं ट्रम्प
जानकारी के मुताबिक डोलान्ड ट्रम्प अगले हफ्ते मंगलवार को यानि 4 अप्रैल को कोर्ट में सरेंडर कर सकते हैं। दरअसल कोर्ट ने ट्रम्प को आज ही सरेंडर करने के लिए कहा था लेकिन उनकी टीम ने कोर्ट में दलील दी कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति की सीक्रेट सुरक्षा व्यवस्था पूरी होने तक सरेंडर नहीं करेंगे। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक उनके वकील से कहा गया है कि 4 अप्रैल तक मैनहैटन कोर्ट में ट्रम्प का सरेंडर कराएं। इसके बाद ट्रम्प पर लगे आरोपों का खुलासा किया जाएगा।
डोनाल्ड ट्रम्प ने आरोपों को बताया झूठा
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का इस केस पर कहना है कि..
“मुझ पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। न्यूयॉर्क में इसको लेकर निष्पक्ष सुनवाई नहीं हो सकती है। ये सब बाइडेन पर भारी पड़ेगा। अमेरिका की जनता सब समझती है कि कट्टरपंथी और वामपंथी डेमोक्रेट क्या कर रहे हैं”।
पूर्व राष्ट्रपति के पास क्या हैं ऑप्शन?
किसी भी केस में अपनी बेगुनाही साबित करने का अधिकार होता है, हालांकि ट्रम्प को मामले में बोलने से रोकने के लिए जज गैग ऑर्डर जारी कर सकते हैं। ट्रम्प खुद या फिर वकील की मदद से एक दलील दर्ज कर सकते हैं और कोर्ट उन्हें दूसरी तारीख देते हुए रिहा कर सकता है। हालांकि कोर्ट ये भी देखेगा कि केस से जुड़े आरोप कितने गंभीर हैं, उसके आधार पर ही रिहाई का रास्ता बन सकता है। अगर ट्रम्प पर आरोप साबित हो जाते हैं तो उन्हें 4 साल की सजा हो सकती है।