सबकी नज़रें तब खुली की खुली रह गईं जब मॉस्को में एक सैन्य कार्यक्रम के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ज़ुबान लड़खड़ाने लगी और आंखें चढ़ गईं। मगर थोड़ी ही देर में मामला साफ हो गया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हाथों में शैंपेन की ग्लास नज़र आई। वो लगातार शैंपेन पी रहे थे। सैनिकों से बात करते-करते पुतिन ने कितने पैग लगा लिए इसका तो पता नहीं। लेकिन, ये ज़रूर समझा जा सकता था कि वो नशे में हैं। जब पुतिन कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे तब वो नॉर्मल नज़र आ रहे थे। लेकिन, जैसे-जैसे कार्यक्रम आगे बढ़ा उनकी बॉडी लैंग्वैज बदल गई। वो कभी हंसते, कभी आंखें तरेरते, तो कभी अपनी शैंपेन की ग्लास लहराते हुए सैनिकों से बात करने लग जाते।
यूक्रेन पर भीषण बारूदी हमले की दस्तक, रूस करेगा FINAL ATTACK !
कुछ समय पहले दुनिया ये उम्मीद कर रही थी कि व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के खिलाफ नरम रुख अख्तियार करेंगे। लेकिन, पुतिन के वायरल वीडियो से दुनिया की ये उम्मीद भी टूटती नज़र आई। सैन्य कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे व्लादिमीर पुतिन ने कैमरे पर साफ शब्दों में कह दिया कि यूक्रेन के एनर्जी इनफ्रांस्ट्रक्चर पर हमले बिल्कुल सही हैं। उन्होंने ये भी कहा कि दुनिया चाहे लाख आलोचना करे, रूस अपने मिशन से पीछे नहीं हटने वाला।
” इस वक्त पड़ोसी देश के एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमारे हमलों को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है। हाँ, हम कर रहे हैं। लेकिन, इसकी शुरुआत किसने की ? क्रीमियन ब्रिज को किसने उड़ाया ?”
पुतिन ने कहा कि जब यूक्रेन हमले करता है तो कोई कुछ नहीं बोलता। लेकिन, जब रूस जवाबी हमले करता है तो पूरी दुनिया चीखने चिल्लाने लगती है। यही नहीं क्रेमलिन में हुए एक सैन्य कार्यक्रम के दौरान पुतिन ने अपने जवानों की हौसलाअफजाई भी की, और उन्हें नए साल की बधाई दी। उन्होंने कहा कि, सेना के जवानों ने जिस अदम्य साहस का परिचय दिया है उसका पूरा देश कर्ज़दार रहेगा। यही नहीं रूस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ रहे अपने सैनिकों का सम्मान किया, और उन्हें मेडल से नवाज़ा।
पुतिन गुर्राए…पोप फ्रांसिस की आंखों में आंसू आए
इटली में पोप फ्रांसिस यूक्रेन युद्ध में शांति के लिए प्रार्थना करने पहुंचे। लेकिन, प्रार्थना के दौरान वो भावुक हो गए। पोप की आंखें छलक उठीं। वो फूट-फूट कर रोने लगे और उनके लिए एक शब्द बोलना भी जैसे मुश्किल हो गया। भाषण के दौरान यूक्रेनियों का जिक्र करते हुए पोप फ्रांसिस की आवाज कांपने लगी और उन्होंने बोलना बंद कर दिया। पोप के सामने मौजूद हजारों लोगों की भीड़ को महसूस हुआ कि वो भावुक हो गए हैं। लिहाज़ा, भीड़ ने तालियां बजानी शुरू कर दीं और उनसे अपना भाषण पूरा करने का निवेदन किया। करीब 30 सेकेंड तक रुकने के बाद फ्रांसिस ने दोबारा प्रार्थना शुरू की। उन्होंने ईश्वर से यूक्रेनियों के लिए शांति की प्रार्थना की। हालांकि इस दौरान भी उनकी आवाज कांप रही थी।