प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जापान (Japan) के हिरोशिमा (Hiroshima) दौरे पर हैं, जहां वो जी-7 के वार्षिक शिखर सम्मेलन (G-7 annual summit) में भाग लेने पहुंचे हैं। पीएम मोदी (PM Modi) जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Prime Minister Fumio Kishida) के न्योते पर हिरोशिमा गए हैं। पीएम मोदी ने जी-7 की बैठक में शामिल होने से पहले फुमियो से मुलाकात की और फिर हिरोशिमा में रह रहे हिन्दुस्तानियों (Indian community) से भी मिले। जिसकी तस्वीरें पीएम मोदी ने खुद शेयर की हैं।
इससे पहले पीएम मोदी ने महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की प्रतिमा का अनावरण (Statue Unveiled) किया। इस दौरान पीएम मोदी ने दुनिया को शांति संदेश भी दिया। मोदी ने कहा कि जी 7 समिट की यात्रा में सबसे पहले पूज्य महात्मा गांधी की प्रतीमा का अनावरण का सौभाग्य मिला है। पीएम मोदी ने कहा कि आज विश्व जलवायु परिवर्तन (Climate change) और आतंकवाद की लड़ाई (Terrorism) से जूझ रहा है। बापू की जीवन शैली प्रकृति के प्रति सम्मान, समन्वय और समर्पण का उत्तम उदाहरण रही है।
हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत (India) और अमेरिका (America) के बॉन्ड (Bond) की बेहतरीन तस्वीर देखने को मिली। सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (President Joe Biden) खुद चलकर पीएम मोदी (PM Modi) से मिलने आए, तो पीएम मोदी ने भी उन्हें झट से गले लगा (Hug) लिया। दोनों नेता एक दूसरे से बड़ी गर्मजोशी से मिले।
जी-7 में पीएम मोदी को निमंत्रण के मायने समझिए
जी-7 दुनिया के सबसे मजबूत लोकतंत्र जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस और इटली का एक समूह है। इसकी अध्यक्षता हर साल सदस्य देशों में घूमती रहती है। इस साल अध्यक्षता जापान के पास है। ऐसे में जापान के पास ये विशेषाधिकार है कि वो गैर सदस्य देशों को आमंत्रित कर सकता है। सम्मेलन में दुनियाभर के 7 शक्तिशाली लोकतांत्रिक देशों के प्रमुखों के साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं। भारत को न्योता इस रूप में देखा जा रहा है कि जी-7 देश भारत को अपना सहयोगी बनाने की कोशिश कर रहे हैं। क्योंकि भारत के जी-7 शिखर सम्मेलन के मुख्य फोकस चीन और रूस के साथ जटिल संबंध भी हैं। दूसरा सम्मेलन का मुद्दा रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) भी है। यूक्रेन पर आक्रमण के कारण जी-7 देश रूस पर और अधिक आर्थिक प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है। और भारत ने इस मामले में अबतक दूरी बनाए हुई है।
जी-7 में किन-किन विषयों पर चर्चा
जी-7 शिखर सम्मेलन में प्राथमिकताओं से जुड़े विषय चर्चा में रखे गए हैं। जिसमें जलवायु परिवर्तन, परमाणु निरस्त्रीकरण, सुरक्षा, आर्थिक सुरक्षा, सम्पर्क बढ़ाने, क्षेत्रीय मुद्दे, खाद्य एवं स्वास्थ्य विकास के अलावा डिजिटलीकरण और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दे शामिल हैं।