इमरान खान (Imran Khan) ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख (Pakistan Army Chief) असीम मुनीर (Asim Munir) से गलत पंगा ले लिया। इमरान खान ये जानते हुए भी पाकिस्तान की आर्मी से भिड़ गए कि उससे जीत पाना नामुमकिन है। पाकिस्तान की सेना ने इमरान खान के सभी बड़े नेताओं को 9 और 10 मई को हुई हिंसा के मामले में जेल में डाल दिया। नतीजा ये हुआ है कि अब इमरान खान की पार्टी PTI में भगदड़ मच गई। पीटीआई के नेता अबए एक-एक कर पार्टी छोड़ने लगे हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के कराची से सांसद (MP from Karachi) शफ़ाकत महमूद मौलवी (Shafqat Mehmood Maulvi) ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने सांसदी से भी इस्तीफे की घोषणा कर दी है। शफ़ाकत महमूद मौलवी ने कहा कि…
'' मैं आज ये ऐलान कर रहा हूं कि मैं पार्टी को छोड़ रहा हूं, सीटिंग MNA हूं, मैं इस्तीफा दे रहा हूं, जबकि मुझे टिकट की कोई दिक्कत नहीं है, मुझे टिकट भी खान साहब ने दिया और पार्टी ने बड़ी इज़्जत दी।''
पाकिस्तान की सेना के खिलाफ जाने से डरते हैं नेता
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में महमूद ने बताया कि उन्होंने 9 मई को हुई हिंसा के बाद PTI छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि 9 मई का इतिहास काला दिन के रूप में जाना जाएगा। उस दिन जो भी हुआ वो निंदनीय है। शफ़ाकत महमूद मौलवी ने कहा कि, वो पाकिस्तान की सेना के खिलाफ नहीं जा सकते।
फवाद चौधरी भी करने लगे फौज का गुणगान
9 और 10 मई को हुई हिंसा के मामले में पाकिस्तान की सेना ने आर्मी एक्ट के तहत कार्रवाई करने का ऐलान किया है, जिससे इमरान खान की पार्टी के नेता डरे हुए हैं। इमरान के करीबी फवाद चौधरी (Fawad Chaudhary) तो अब फौज का गुणगान कर रहे हैं। वो कह रहे हैं कि फौज है तो पाकिस्तान है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कल तक पाकिस्तान की सेना और सेना प्रमुख असीम मुनीर बाजवा के खिलाफ ज़हर उगलने वाले फवाद चौधरी ने यू-टर्न ले लिया। सबसे पहले उन्होंने कोर कमांडर के घर को जलाए जाने की घटना को गलत करार दिया। फवाद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि…
''9 मई को जो घटना हुई, जिस तरह से कोर कमांडर लाहौर के घर को जलाया गया, जो GHQ में मामला पेश आया, हर वो शख्स जिसका ताल्लुक पाकिस्तान से है, जिसका ताल्लुक पाकिस्तान की फौज से है, ज़ाहिर है वो इसपर शर्मिंदा है, और उसका दिल खून के आंसू रो रहा है। तहकीकात हों, और तहकीकात में जो भी लोग इस वारदात में शामिल हैं, चाहे वो PTI के हैं, PTI के नहीं हैं, उन्हें सख्त सज़ा होनी चाहिए।''
पाकिस्तान की सेना का महिमामंडन करने से कुछ घंटे पहले ही फवाद चौधरी दोबारा गिरफ्तारी के डर से इस्लामाबाद कोर्ट के अंदर भागते हुए नज़र आए थे। जिसके बाद इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। लेकिन, इसके बावजूद फवाद चौधरी इस कदर डर गए कि खुद ही गिरफ्तार होने के लिए राज़ी हो गए।