फिलिस्तीन (Palestine) के समर्थन से इज़रायल पर हमला करके आतंकी संगठन हमास (Hamas) ने मधुमक्खी के छत्ते में हाथ दे दिया है। इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी सेना ने फिलिस्तीन के खिलाफ आर-पार की लड़ाई छेड़ दी है। इज़रायली वायु सेना चुन-चुन कर फिलिस्तीनी ठिकानों को निशाना बना रही है। हमास के ठिकानों के साथ इज़रायल की वायु सेना रिहायशी इलाकों पर भी गोलाबारी कर रही है। खबर लिखे जाने तक फिलिस्तीन के 1600 से ज़्यादा लोग इज़रायली हमले में मारे जा चुके हैं, जबकि 500 से ज़्यादा घायल हुए हैं। इज़रायल ने गाज़ा पट्टी में हमास के 17 मिलिट्री कंपाउंड और 4 मिलिट्री हेडक्वॉर्टर्स पर हमले का दावा किया है।
इज़रायल के पूर्व पीएम नफ्ताली बेनेट हुए सेना में शामिल!
इस्लामी चरमपंथ की पैरोकारी करने वाले फिलिस्तीन के लिए अगले कुछ घंटे विनाशकारी साबित होने वाले हैं। इज़रायल ने बदला लेना शुरु कर दिया है। इज़रायल की सेना बौखलाई हुई है और इस बौखलाहट का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता कि इज़रायल के पूर्व पीएम नफ्ताली बेनेट ने भी हथियार उठा लिए हैं। ऐसी खबरे हैं कि पूर्व इज़रायली पीएम बेनेट ने डिफेंस फोर्सेज की रिजर्व बटालियन को ज्वाइन कर लिया है। दरअसल, नफ्ताली बेनेट को IDF यानि इज़रायल डिफेंस फोर्सेज़ के कैंप में रिजर्व सैनिकों के बीच देखा गया है। नफ्ताली बेनेट इज़रायली सेना में कमांडर रह चुके हैं। बताया जा रहा है कि 70 इज़रायलियों की मौत और 750 से ज़्यादा घायल लोगों की मौत का बदला लेने के लिए नफ्ताली बेनेट ने सेना ज्वाइन करने का फैसला किया है।
महिला इज़रायली सैनिक की बर्बर हत्या पर आक्रोश
हमास के आतंकवादियों ने ज़मीन, समुद्र और हवा से घुसपैठ की है। हमास और IDF सैनिकों के बीच लड़ाई सात जगहों पर जारी है। इजरायल की सेना हजारों सैनिकों की भर्ती कर रही है। लोग अस्थायी रूप से सेना में शामिल हो रहे हैं। दरअसल, फिलिस्तीन समर्थित आतंकी संगठन हमास की बर्बरता का एक वीडियो सामने आया है। ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। वीडियो में हमास के आतंकी एक इज़रायली महिला सैनिक को बालों से खींचते, जबरदस्ती गाड़ी में घुमाते और उसके बाद उसकी हत्या करते नज़र आ रहे हैं। आतंकी संगठन हमास ने बर्बरता की सारी हदें तोड़ते हुए महिला सैनिक के शव को नग्न हालत में घुमाया। इज़रायली महिला सैनिक के हाथ पैर तोड़ दिए गए थे।
इज़रायल पर हमले के दो मास्टरमाइंड बेनक़ाब
इज़रायल पर हमास के हमले के पीछे कतर और ईरान जैसे देश हैं जो उसे फंड करते हैं। इन देशों को मिडिल ईस्ट के दूसरे के साथ इज़रायल के साथ मज़बूत होते संबंध पच नहीं रहा। ये इन व्यापारिक और रणनीति संबंधों में दरार पैदा करना चाहते हैं। तो शायद यही वजह है कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के शीर्ष सैन्य सलाहकार ने कहा है कि, तेहरान शनिवार को इजराइल के खिलाफ हमास के हमलों का समर्थन करता है और 'फिलिस्तीन और यरूशलम की मुक्ति तक' इस्लामी लड़ाकों का समर्थन करना जारी रखेगा। यही नहीं ईरान की संसद में इज़रायल मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। ईरान की जनता ने आतिशबाज़ी कर इज़रायल पर हुए हमले का जश्न मनाया।