2006 के लेबनान युद्ध की यादें उस वक्त ताज़ा हो गईं जब इजराइल ने गाज़ा पट्टी पर एयरस्ट्राइक की। इजराइल की ओर से इतने रॉकेट और मिसाइलें दागीं गईं की गाज़ा में चीख-पुकार मच गई। शुक्रवार की अल सुबह इज़रायल की ओर से की गई एयर स्ट्राइक से गाज़ा पट्टा धुआं-धुआं हो गया। धमाकों की आवाज़ के साथ आसमान में आग के गोले नज़र आए। ऐसा लग था मानो आतिशबाज़ी हो रही हो।
इजराइल की डिफेंस फोर्सेज़ ने एयरस्ट्राइक में आतंकी संगठन हमास की दो सुरंगों और दो हथियार बनाने की फैक्ट्रियों को तबाह करने का दावा किया। ‘द स्ट्रॉन्ग हैंड’ नाम के इस ऑपरेशन के दौरान इज़राइली की वायुसेना ने टारगेटेड अटैक करने का दावा किया।
हालांकि, फिलिस्तीन की मानें तो इज़राइल के हमले में कई रिहायशी इलाकों को नुकसान पहुंचा। जबकि, दो रेफ्यूजी कैंप पूरी तरह तबाह हो गए।
इज़राइल के आयरन डोम ने रॉकेट अटैक को किया नाकाम
इज़राइल की एयरस्ट्राइक के बाद गाजा से उग्रवादियों ने भी इजराइल की ओर रॉकेट दागन शुरू कर दिए। इसकी वजह से दक्षिणी इजराइल में एयर रेड साइरन गूंजने लगे। जबकि इज़रायल ने अपने मिसाइल डिफेंस सिस्टम आयरम डोम को एक्टिव कर दिया। मिसाइलों और रॉकेटों के आसमान में ही उड़ा देने वाले आयन डोन सिस्टम ने डेढ़ मिनट के अंदर लक्ष्य की पहचान कर ली। काउंटर मिसाइलें लॉन्च कीं और गाज़ा की ओर से दागे गए रॉकेट्स को आसमान में ही तबाह कर दिया।
इज़राइली अटैक के बाद गाज़ा की ओर से दागे गए रॉकेट
इज़राइल ने फिलिस्तिन समर्थक आतंकी गुट हमास पर हमले जारी रखे। इज़राइल की सेना ने इस हमले के कुछ वीडियोज़ भी सोशल मीडिया पर डाले, जिनसे पता चलता है कि इज़रायन ने किस ताकत के साथ धावा बोला था और उसकी वायुसेना ने हमास को कितना नुकसान पहुंचाया। हालांकि, इज़राइली हमले के दौरान गाज़ा से रॉकेट दागे गए। लेकिन, ये रॉकेट इज़राइल की ज़मीन को छू पाते उससे पहले ही आसमान में नष्ट कर दिए गए।
इज़राइल ने क्यों किया गाज़ा पट्टी पर हमला ?
सवाल ये है कि अचानक इज़रायल ने फिलिस्तीन पर धावा क्यों बोल दिया। ऐसा क्या हुआ कि नौबत एयरस्ट्राइक तक आ गई। दरअसल, इस सबकी वजह एक तीसरा मुल्क लेबनान है। लेबनान ने गुरुवार को इज़रायल पर 30 से ज़्यादा रॉकेट दागे थे। इस रॉकेट हमले में दो लोग ज़ख्मी हो गए। जबकि कई इमारतों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा।
इजराइल ने इस हमले के लिए फिलीस्तीनी ग्रुप हमास को जिम्मेदार माना था, क्योंकि दक्षिणी लेबनान की ओर से रॉकेट दागे जाने के कुछ ही देर बाद गाज़ापट्टी की ओर से भी 25 रॉकेट दागे गए थे। इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनान और फिलिस्तीन को चेतावनी देते हुए कहा था कि..
” हम चरमपंथियों की ओर की जा रही हिंसा और हमलों का आक्रामकता के साथ जवाब देंगे। हम दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देंगे और उन्हें इस जुर्रत की भारी कीमत चुकानी होगी।”
लेबनान-गाज़ा पर इज़राइली पलटवार, अमेरिका बोला…सही
साल 2006 के लेबनान वॉर के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि इज़रायल पर इतने रॉकेट दागे गए। लिहाज़ा, इज़रायल का जवाबी कार्रवाई करना लाज़मी था। लेकिन, ये जवाबी हमला सिर्फ हमास के ठिकानों और गाज़ा पट्टी तक ही सिमटा नहीं रहा।बल्कि इज़रायल ने लेबनान भी हमले शुरु कर दिए। लेबनान टीवी स्टेशन ने दक्षिणी शहर सोर में विस्फोटों की सूचना भी दी। जबकि अमेरिका ने भी इज़राइल की ओर की जा रही इस जवाबी कार्रवाई का समर्थन किया। लेकिन, इज़रायल और लेबनान के बीच छिड़ी ये नई जंग दुनिया के लिए खतरे की घंटी है। पहले से ही रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने तमाम देशों को परेशान कर रखा है।