रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्र के संबोधन में यूक्रेन युद्ध के लिए पश्चिमी देशों को लताड़ ही नहीं लगाई। उन्होंने यूक्रेन के नेताओं पर देश की आबादी को बंधक बनाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कीव विदेशी शक्तियों के हितों की सेवा कर रहा है। हालाँकि, पुतिन के भाषण का सबसे बड़ी बात संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ NEW START संधि में रूस की भागीदारी को निलंबित करने की उनकी घोषणा थी। अमेरिका और NATO पर सहयोग करने में विफल रहने का आरोप लगाने के बाद उन्होंने कहा कि..
"इस संबंध में, मैं आज यह घोषणा करने के लिए मजबूर हूं कि रूस सामरिक आक्रामक हथियारों की संधि में अपनी भागीदारी को निलंबित कर रहा है। अगर अमेरिका ऐसा करता है तो रूस को परमाणु हथियारों के परीक्षण को फिर से शुरू करने के लिए तैयार रहना चाहिए, एक ऐसा कदम जो शीत युद्ध के समय से परमाणु हथियारों के परीक्षण पर वैश्विक प्रतिबंध को समाप्त कर देगा।''
हालांकि, उनके भाषण के तुरंत बाद, रूसी सरकार ने स्पष्ट किया कि वह केवल अपनी भागीदारी को निलंबित कर रही थी और इससे पीछे नहीं हट रही थी।
क्या है NEW START संधि जिसे रूस ने किया निलंबित ?
अमेरिकी विदेश विभाग की वेबसाइट के अनुसार, न्यू START संधि को औपचारिक रूप से सामरिक आक्रामक शस्त्रों की आगे की कमी और सीमा के उपायों के रूप में जाना जाता है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के बीच एक हथियार नियंत्रण सौदा है। यह 2010 में साइन किया गया था। उस समय तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा दोनों देशों के बीच संबंध बहुत मित्रवत थे। यह संधि फरवरी 2011 में प्रभावी हुई। राज्य विभाग की वेबसाइट के अनुसार, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका दोनों कुछ निश्चित सीमाओं पर बंधे हुए हैं, जैसे…
• 700 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM), पनडुब्बी से लॉन्च की जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM), और परमाणु हथियारों से लैस भारी बमवर्षक तैनात किए जा सकते हैं।
• आईसीबीएम पर 1,550 परमाणु हथियार, एसएलबीएम तैनात, और परमाणु आयुध से लैस भारी बमवर्षक तैनात हो सकते हैं।
• 800 तैनात और गैर-तैनात आईसीबीएम लॉन्चर, एसएलबीएम लॉन्चर, और परमाणु हथियारों से लैस भारी बमवर्षक रखे जा सकते हैं।
हालाँकि, ये आंकड़े पृथ्वी को कई बार नष्ट करने के लिए पर्याप्त से अधिक हैं। वहीं राज्य विभाग के अनुसार, न्यू START, “सभी रूसी तैनात अंतरमहाद्वीपीय-श्रेणी के परमाणु हथियारों को सीमित करता है, जिसमें प्रत्येक रूसी परमाणु वॉरहेड शामिल है जो एक अंतरमहाद्वीपीय-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल पर लोड होता है जो लगभग 30 मिनट में संयुक्त राज्य तक पहुंच सकता है।”
पुतिन ने एटमी संधि तोड़ तो बौखलाया अमेरिका
पुतिन के परमाणु संधि तोड़ने के फैसले पर अमेरिका ने नाराजगी जताई है। अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एंटनी ब्लिंकन ने इसे पुतिन का गैरज़िम्मेदारान रवैया करार दिया है। उन्होंने कहा कि…
''रूस द्वारा ये घोषणा करना कि वो न्यू START में भागीदारी को निलंबित कर रहा है, बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और गैर-जिम्मेदाराना है। रूस वास्तव में क्या करता है इसपर हम पैनी नज़र रख रहे हैं। निश्चित रूप से हम ये सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी सूरत में, हम अपने देश और अपने सहयोगियों की सुरक्षा के लिए तैयार रहें। आप जानते हैं, जब प्रशासन शुरू हुआ, तो हमने New START का विस्तार किया क्योंकि ये स्पष्ट रूप से हमारे देश के सुरक्षा हितों में था, और वास्तव में रूस के सुरक्षा हितों में भी था। और ये केवल इस बात को रेखांकित करता है कि यह कितनी गैर-जिम्मेदाराना कार्रवाई है।''
जबकि, पोलैंड की राजधानी वॉरसा में लोगों को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुतिन को तानाशाह बताया। उन्होंने कहा कि…
''मैं आज रात वही बात दोहराऊंगा जो मैंने पिछले साल इसी जगह पर कही थी। एक तानाशाह ना तो साम्राज्य खड़ा कर सकता है, ना ही कभी भी आज़ादी के प्रति लोगों के प्रेम को कम कर पाएगा। क्रूरता आजादी की इच्छा को कभी नहीं दबा पाएगी। और रूस कभी भी यूक्रेन को जीत नहीं पाएगा।''
जो बाइडन ने आरोप लगाया कि पुतिन NATO देशों में फूट डालना चाहते थे, लेकिन वो अपने इस मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए। जबकि इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति यूक्रेन की तारीफ भी की, और कहा कि कीव मज़बूती और आज़ादी के साथ खड़ा है। तानाशाह पुतिन से लोहा ले रहा है।