PAKISTAN: आतंकिस्तान आतंक के आंसू रो रहा है। जिस आतंकवाद को पाकिस्तान ने पाला पोसा वही उसे अपना असली रंग दिखा रहा है। पाकिस्तान (Pakistan) में आतंकी हमलों (Terrorist Attack) की अचानक से बाढ़ आ गई है। आतंकी आम जनता को छोड़ अब सुरक्षाबलों या कहें पाकिस्तान की सेना (Pakistan Army) को निशाना बनाने लगे हैं। ताज़ा मामला सामने आया है स्वात (Swat) से। खबरों के मुताबिक स्वात के कबाल पुलिस थाने में सोमवार दोहरे विस्फोट हुए। इसमें मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 17 हो गई, जबकि खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtukhwa) सरकार ने घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। दरअसल स्वात के एक पुलिस थाने में दो विस्फोट हुए थे। विस्फोट काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (CTD) कार्यालय के परिसर में हुए।
खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) अख्तर हयात गंडापुर ने कबाल पुलिस लाइन का दौरा किया, जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विस्फोट में मरने वालों की संख्या 17 हो गई है। उन्होंने कहा कि, “मृतकों में पांच संदिग्ध हैं जो सीटीडी पुलिस की हिरासत में थे।” प्रारंभिक जांच में पुलिस ने कहा था कि जबरन प्रवेश या गोलियों के कोई संकेत नहीं थे। विभिन्न अभियानों के दौरान पुलिस द्वारा जब्त किए गए विस्फोटक, हथियार और गोला-बारूद की वजह से स्टेशन में आग लग गई।
ये दोनों विस्फोट 12 मिनट के अंतराल में हुए और इससे कबाल तहसील दहल उठी। अधिकारी वर्तमान में अपराध स्थल के वीडियो फुटेज की समीक्षा कर रहे हैं। पूरे प्रांत के सुरक्षा अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं। स्वात के निवासी असंबद्ध रहे और क्षेत्र में शांति की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आए। मंगलवार को स्वात के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन किए गए, जिससे संदेह जताया जा रहा है कि विस्फोट आतंकियों ने नहीं किया। लेकिन, खैबर पख्तूनख्वा एक कबायली इलाका है, और यहां हमेशा से चरमपंथी गुट सक्रिय रहे हैं। पाकिस्तान सेना के जुल्म-ओ-सितम के खिलाफ लोग विद्रोह का झंडा थाम चुके हैं, जबकि कई तो आतंकी गुटों में भी शामिल हो गए हैं।