Sunday, September 8, 2024
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Pakistan Flour Crisis: ना बोटी ना रोटी, शहबाज़ सरकार को अवाम की खरी खोटी, देखिए कैसे आटे के लिए जान देने को तैयार है पाकिस्तान की अवाम

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और बलूचिस्तान प्रांत के कई इलाकों से गेहूं की कमी और भगदड़ की खबरों ने शहबाज़ सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं। पाकिस्तान अब तक के सबसे बुरे आटे के संकट का सामना कर रहा है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बाजारों में गेंहू और आटे की कमी हो गई है। कुछ जगहों पर तो आटा लगभग ख़त्म हो गया है और इसके लिए भगदड़ मची है। लोग एक-दूसरे को धक्का दे रहे हैं, आटे वाली गाड़ियों का पीछा कर रहे हैं, सुरक्षाबल रोकने की कोशिश कर रहे हैं तो उनसे भिड़ जा रहे हैं।

आटे के लिए जान देने को तैयार पाकिस्तान की जनता !

ख़बरें तो यहां तक है कि बलूचिस्तान में आटे को लेकर भीड़ इस कदर बेकाबू हो गई कि उसे काबू करने के लिए सुरक्षाबलों को गोलियां तक चलानी पड़ी। यही नहीं सिंध सरकार द्वारा लोगों को सब्सिडी वाले आटे की बिक्री के दौरान मीरपुरखास में भगदड़ हुई जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। कीमतों के मुद्दे पर पिछले हफ्तों में खैबर पख्तूनख्वा में आटा डीलरों और तंदूरों में कई झड़पें हुई हैं। कुछ दिन पहले पिष्टखारा में एक राहगीर की मौत हो गई थी, जब दो स्थानीय लोग रोटी की कीमत को लेकर एक तंदूर मालिक से भिड़ गए थे और फिर उस पर गोलियां चला दी थीं।

पाकिस्तान में लोगों को रुला रहा है महंगा आटा

कराची में आटा 140 रुपये प्रति किलोग्राम से 160 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है। इस्लामाबाद और पेशावर में 10 किलो के आटे का बैग 1,500 रुपये में बेचा जा रहा है, जबकि 20 किलोग्राम के आटे का बैग 2,800 रुपये में बेचा जा रहा है। पंजाब प्रांत में मिल मालिकों ने आटे की कीमत 160 रुपये प्रति किलोग्राम कर दी है।

बलूचिस्तान में आटे पर आंदोलन, शहबाज़ कर रहे भजन !

बलूचिस्तान के खाद्य मंत्री ज़मारक अचकजई ने कहा है कि, प्रांत में गेहूं का स्टॉक पूरी तरह से समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान को तुरंत 400,000 बोरी गेहूं की जरूरत है। उन्होंने चेतावनी दी है कि संकट और गहरा सकता है। इसी तरह, खैबर पख्तूनख्वा में भी आटे की कमी हो गई है। यहां 20 किलोग्राम आटे का एक बैग 3100 रुपये में बेचा जा रहा है, क्योंकि सरकार कीमतों को नियंत्रित करने में नाकाम रही है।

पाकिस्तान की ‘कटोरा नीति’, फ्रांस के आगे भी फैलाई झोली

पाकिस्तान में गेंहू की किल्लत से जनता बेहाल है और शहबाज़ सरकार मदद के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है। पाकिस्तान ने सऊदी अरब, चीन और अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों से मदद की गुहार लगाई है। सऊदी अरब ने तो पाकिस्तान को मदद का ऐलान भी कर दिया है। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पाकिस्तान में 10 अरब डॉलर का निवेश करने पर विचार करने की बात भी कही है। अमेरिका ने पाकिस्तान में पिछले साल आए विनाशकारी बाढ़ के एवज़ में अतिरिक्त 100 मिलियन अमरीकी डालर की सहायता की घोषणा की है।

फ्रांस ने पाकिस्तान के साथ कड़वी यादों को भुलाने की कोशिश की है। राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा है कि वो दुनिया के वित्तीय संस्थानों से बातचीत कर सकते हैं, ताकि मुसीबत में फंसे पाकिस्तान को जल्द से जल्द आर्थिक मदद मिल सके। खाद्य सुरक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने घोषणा की, कि गेहूं से लदे दो जहाज कराची पहुंच गए हैं। जानकारी के मुताबिक रूस ने 4 लाख 50 हजार टन गेहूं ग्वादर बंदरगाह के रास्ते पाकिस्तान पहुंचाया है। वो 30 मार्च तक 75 लाख टन गेहूं पाकिस्तान को देगा।

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