पाकिस्तान पर वर्ल्ड बैंक ने एक बहुत बड़ी भविष्यवाणी की है। वर्ल्ड बैंक की मानें तो करीब 40 लाख पाकिस्तान की जनता भुखमरी की शिकार होने वाली है। वर्ल्ड बैंक ने 2023 में गरीबी बढ़कर 37.2 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया है। जिसका मतलब ये है कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 39 लाख और लोग गरीबी की चपेट में आ जाएंगे।
विश्व बैंक के मुताबिक आर्थिक संकट से निपटने के लिए पाकिस्तान की सरकार को जितनी जल्दी हो सके विदेशी कर्ज़ हासिल करना होगा। लेकिन, सवाल ये है कि पाकिस्तान को कर्ज़ देगा कौन। IMF तबतक पाकिस्तान को पैसे नहीं देगा, जबतक वो उसकी तमाम शर्तों को मानने के साथ उनपर अमल नहीं करता। वहीं सऊदी अरब पाकिस्तान को बिना ब्याज़ के कर्ज़ देने से इनकार कर चुका है। जबकि चीन भी पाकिस्तान को किसी भी तरह का कर्ज़ देने से बचता नज़र आ रहा है।
पाकिस्तान सरकार की नाकामी का खामियाज़ा उसके देश की अवाम को भुगतना पड़ रहा है। रमज़ान के महीने में पाकिस्तान की जनता रोटी के लिए तरस रही है।
बाज़ार से आटा तो पहले से ही गायब था। अब दूसरी चीज़ों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। क्या दूध, क्या घी, क्या चिकन और क्या सब्जियां, हर ज़रूर चीज़ खरीदने के लिए पाकिस्तान के लोगों को सौ बार सोचना पड़ रहा है।
पाकिस्तान पर महंगाई की मार
सामान पहले अब टमाटर 30/किलो 130/किलो नींबू 500/किलो 650/किलो केला 150/दर्जन 400/दर्जन सेब 200/किलो 450/किलो तेल 500/लीटर 680/लीटर लहसुन 480/किलो 600/किलो मटर 120/किलो 240/किलो चिकन 450/किलो 600/किलो
एक तरफ रमज़ान का महीना चल रहा है, दूसरी तरफ पाकिस्तान की अवाम महंगाई की मार से परेशान है।
IMF की शर्तों को लागू करने के चक्कर में पाकिस्तान की सरकार को सब्सिडी खत्म करने के साथ ब्याज़ दरों में इज़ाफ़ा करना पड़ रहा है। बिजली के रेट से लेकर गैस के दाम बढ़ाने पर हैं। नतीजा, पाकिस्तान की अवाम रोटी के लिए तरसने को मजबूर है।