राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RSP) ने शुक्रवार (5 मई) को नेपाल (Nepal) के प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहल (Pushpa Kamal Dahal) प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का फैसला किया। इसके साथ ही दहल को संविधान के अनुसार प्रधानमंत्री को इस कदम के बारे में अवगत कराने के बाद 30 दिनों के भीतर फ्लोर टेस्ट के लिए जाना होगा। पार्टी के पास संसद में 21 सीटें हैं।
इससे पहले दिसंबर 2022 में पुष्पा कमल दहल को तीसरी बार नेपाल के प्रधान मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई थी। जबकि एक दिन बाद जब पूर्व गुरिल्ला नेता नाटकीय रूप से नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले चुनाव पूर्व गठबंधन से बाहर हो गए और विपक्षी नेता के पी (K P Sharma Oli) के साथ हाथ मिला लिया था।
68 वर्षीय सीपीएन-माओवादी केंद्र (CPN-Maoist Centre)के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल को देश के नए प्रधान मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था, जब उन्होंने राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी (Bidya Devi Bhandari) को 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 169 सदस्यों का समर्थन दिखाते हुए एक पत्र सौंपा था।