खालिस्तान समर्थकों (Khalistan Supporter) की हिम्मत बढ़ती ही जा रही है। कनाडा (Canada) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के बाद अब खालिस्तान समर्थक अमेरिका (America) में भी भारतीय राजनयिकों (Indian Diplomats) और दूतावासों (Embassy) पर हमले की कोशिश करने लगे हैं। दो जुलाई को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को (San Fransisco) में भारतीय कॉन्सुलेट (Indian Consulate) को आग के हवाले करने की कोशिश की गई, जिसे फायर डिपार्टमेंट ने वक्त रहते नाकाम कर दिया।
इस बीच अमेरिका में भारत के दूत तरनजीत सिंह संधू (Taranjit Singh Sandhu) और डॉक्टर टीवी नागेंद्र प्रसाद (Dr TV Nagendra Prasad) के खिलाफ पोस्टर लगा दिए गए। इन पोस्टर्स पर 'किलर्स इन सैन फ्रांसिस्को' लिखा हुआ था। खालिस्तान समर्थकों ने पोस्टर लगाने के पीछे दलील दी कि, आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या में भारतीय राजनयिकों और खुफिया एजेंसियों का हाथ है। अमेरिकी प्रशासन ने खालिस्तान समर्थकों की इस हरकत की कड़ी निंदा करते हुए आरोपियों की धर-पकड़ शुरु कर दी है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar)ने सैन फ्रांसिस्कों में भारतीय कॉन्सुलेट पर हमले की कोशिश को गंभीरता से लेते हुए अमेरिका समेत सहयोगी देशों से खालिस्तान समर्थकों पर लगाम कसने की अपील की। उन्होंने कहा कि, 'कनाडा, अमेरिका, यूके, ऑस्ट्रेलिया में कभी-कभी खालिस्तानी गतिविधियां होती हैं। हमने उनको आग्रह किया है कि वो खालिस्तानियों को जगह ना दें। उनकी सोच चरमपंथी विचारधारा वाली है, जो ना हमारे लिए अच्छा है, ना उनके लिए है, ना हमारे रिश्तों के लिए है।'
आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को भारतीय खुफिया एजेंसियों की साज़िश करार देते हुए खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा में रैलियां आयोजित करने का प्लान बनाया है। 8 जुलाई को आयोजित होने वाली रैलियों के लिए पोस्टर भी बांटे गए हैं। इन पोस्टरों में कनाडा में भारतीय राजनयिकों के नाम और उनकी तस्वीरें छपी हैं। पोस्टर्स के ज़रिए भारतीय राजनयिकों को धमकी दी गई है। खालिस्तान समर्थक सिख चरमपंथियों ने 8 जुलाई को ओटावा (Otava) के भारतीय उच्चायोग और दो दूसरे कॉन्सुलेट्स के सामने प्रदर्शन का ऐलान किया है।
भारत ने इस मामले में कनाडा सरकार से सख्त आपत्ति जताई है। भारत ने कनाडा से खालिस्तान समर्थकों पर लगाम लगाने के साथ भारतीय राजनयिकों और दूतावासों की सुरक्षा करने को कहा है। विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली स्थित कनाडा के उच्चायुक्त को समन जारी कर बुलाया। खालिस्तानी नेताओं द्वारा विवादास्पद पोस्टर जारी कर भारतीय अधिकारियों पर आतंकी निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाने के बाद कनाडा ने मंगलवार को भारत को आश्वासन दिया कि उसके राजनयिक सुरक्षित रहेंगे। पिछले कुछ सालों से कनाडा (Canada), ब्रिटेन (Britain) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) में खालिस्तान समर्थक भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं, जबकि वहां की सरकारें सिख चरमपंथियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से बच रही हैं।