पुतिन की सत्ता को विद्रोह से हिलाने की कोशिश करने वाले येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) और उनके लड़ाकों को बड़ी रियायत मिल गई है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने वैगनर ग्रुप (Wagner Group) के ऊपर लगे तमाम आरोपों को दरकिनार करते हुए उसपर लगाए गए सभी केस वापस ले लिए हैं। इससे पहले जनता को संबोधित करते हुए व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि, यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों के इशारे पर वैगनर ग्रुप ने विद्रोह का झंडा उठाया था। उन्होंने कहा था कि, विद्रोह का मकसद था रूसी नागरिक एक-दूसरे को मारें और रूस अस्थिर हो जाए। विद्रोहियों के पीछे हटने के बाद राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में पुतिन ने ये भी ऐलान किया था कि उन्होंने वैगनर लड़ाकों को माफ कर दिया है।
कहां छिपे हैं वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन?
खबर है कि वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन अब बेलारूस (Belarus) में निर्वासन की ज़िंदगी बिताएंगे। प्रिगोझिन ने एक ऑडियो संदेश में कहा कि, मॉस्को की ओर मार्च का उद्देश्य वैगनर की निजी सैन्य कंपनी के विनाश को रोकना और उन लोगों को न्याय दिलाना था, जिन्होंने अपने गैर-पेशेवर कार्यों के माध्यम से विशेष सैन्य अभियान के दौरान बड़ी संख्या में गलतियाँ कीं।” रूस के खिलाफ विद्रोह का झंडा बुलंद करने वाले येवगेनी प्रिगोझन ने रक्षा सर्गेई शोइगु (Sergei Shoigu) को आड़े हाथों लिया। उन्होंने ये भी कहा कि शोइगु की वजह से उनके लड़ाकों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। प्रिगोझिन ने दावा किया कि सर्गेई शोइगु की वजह से यूक्रेन (Ukraine) में रूस के स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन को कामयाबी नहीं मिल पा रही।
अब भी पुतिन से नाराज़ हैं येवगेनी प्रिगोझिन!
बताया जा रहा है कि विद्रोह समाप्त होने के बाावजूद प्रिगोझिन पुतिन के रवैये से नाराज़ हैं। वो चाहते हैं कि, पुतिन रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु के खिलाफ एक्शन लें। वो चाहते हैं कि सर्गेई शोइगु को रक्षा मंत्री के पद से हटा दिया जाए। कयास भी लगाए जाने लगे कि जनरल जूमिन को पुतिन नया रक्षा मंत्री बना सकते हैं। लेकिन, रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें शोइगु को एक हेलीकॉप्टर में और फिर यूक्रेन में रूसी सैनिकों की स्थिति का निरीक्षण करते दिखाया गया। इससे कहीं ना कहीं ये ज़ाहिर होता है कि पुतिन को अब भी सर्गेई शोइगु पर भरोसा है। लेकिन, जिस तरह पुतिन ने वैगनर ग्रुप के सभी केस वापस लिए हैं उससे ये कयास भी लगाए जा रहे हैं कि भविष्य में सर्गेई शोइगु पर नकेल कसी जा सकती है।
रसोइए से वैगनर ग्रुप के चीफ कैसे बने प्रिगोझिन?
येवगेनी प्रिगोझिन वैगनर ग्रुप के संस्थापक हैं, जो रूस में एक निजी सेना है, जिसने यूक्रेन और दुनिया भर में रूसी समर्थित उद्देश्यों के लिए लड़ाई लड़ी है। प्रिगोझिन को कभी ‘पुतिन के रसोइये’ के रूप में जाना जाता था। वो यूक्रेन युद्ध में अपनी सक्रिय भूमिका के लिए प्रमुखता से उभरे। यूक्रेन में रूसी सेना की अपमानजनक स्थिति का पूरा फायदा उठाते हुए, प्रिगोझिन ने बाद में यूक्रेन में विफलताओं के लिए शीर्ष रूसी सैन्य कमांडरों को दोषी ठहराया। अपने बॉस पुतिन की तरह एक सेंट पीटर्सबर्ग मूल निवासी, 62 वर्षीय प्रिगोझिन, क्रेमलिन के साथ आकर्षक खानपान अनुबंध जीतकर एक अमीर कुलीन वर्ग बन गए। उन्हें “पुतिन का शेफ” उपनाम मिला। पुतिन और प्रिगोझिन दोनों एक-दूसरे को 1990 के दशक से जानते हैं। पूर्वी यूक्रेन के डोनबास में 2014 में रूस समर्थित अलगाववादी आंदोलन के बाद उन्हें एक क्रूर सरदार के रूप में जाना जाने लगा। 2014 के आसपास, प्रिगोझिन ने वैगनर की स्थापना एक भाड़े के संगठन के रूप में की, जो यूक्रेन समेत दुनिया भर में रूस के लिए लड़ने लगा।
पुतिन को डराने वाले प्रिगोझिन पर 2,50,000 डॉलर का इनाम
येवगेनी प्रिगोजिन मीडिया और सोशल मीडिया के भी मास्टरमाइंड हैं। प्रिगोझिन को “संयुक्त राज्य अमेरिका को धोखा देने की साजिश” के लिए FBI द्वारा भी वांछित किया गया है। अमेरिकी संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसी ने 2014 से 2018 तक सेंट पीटर्सबर्ग और फ्लोरिडा स्थित इंटरनेट रिसर्च एजेंसी के राजनीतिक और चुनावी हस्तक्षेप की कथित रूप से निगरानी करने के लिए प्रिगोझिन की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया। उनके बारे में सूचना देने के लिए 2,50,000 अमेरिकी डॉलर के पुरस्कार की घोषणा की है। वैगनर के भाड़े के सैनिकों पर पूरे अफ्रीका में और यूक्रेन में रूसी सेनाओं के साथ मिलकर सामूहिक हत्या और बलात्कार सहित अत्याचारों का आरोप है।