अमेरिका समेत NATO देश यूक्रेन के हाथ मजबूत करने के लिए उसे घातक हथियारों का जखीरा दे रहे हैं। लेकिन, उनके इस कदम से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बौखला उठे हैं। रूस की सेना ने अमेरिका और उसके सहयोगियों को चेतावनी देने के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर दिए, जिनमें 11 लोग मारे गए, जबकि दर्जन भर से ज़्यादा लोग ज़ख्मी हो गए।
यूक्रेन स्टेट इमरजेंसी सर्विस के मुताबिक 20 मिसाइलें राजधानी कीव में गिरीं, जिनसे कई इमारतों को नुकसान पहुंचा, और कुछ तो पूरी तरह तबाह हो गईं। जबकि यूक्रेनी सेना के प्रवक्ता ओलेकसांदर स्तुपुन ने कहा कि, ‘दुश्मन ने रिहायशी इलाकों को टारगेट कर एयर और मिसाइल हमले किए। भविष्य में रूस की ओर से ऐसे एयर और मिसाइल हमलों में इजाफा होने का ख़तरा है।’
24 घंटे में बरसी 55 मिसाइलें, यूक्रेन में बज उठे सायरन
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक 25 और 26 जनवरी को रूसी सैनिकों ने यूक्रेनी शहरों को निशाना बनाकर 55 मिसाइलें दागीं। जबकि, यूक्रेन एयरफोर्स ने दावा किया कि उसने 55 में से 47 मिसाइलें तबाह कर दीं, जिनमें रूस की किंझल सुपरसोनिक मिसाइल भी शामिल है। लेकिन, इससे यूक्रेन के लोगों का डर कम नहीं हुआ। कीव पर रूस की ओर से किए गए हमलों की वजह से सैकड़ों की तादाद में लोग अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन में छिपने को मजबूर हो गए।
ओडेशा पर हमला गंभीर, अंधेरे में डूबा पूरा शहर
कीव के अलावा रूस की सेना ने डोनबास समेत ओडेशा, खेरसॉन, जैपोरिज़्ज़िया और लुहांस्क पर भी बारूद बरसाए। इन हमलों से ना सिर्फ रिहायशी इलाकों को बल्कि यूक्रेन के कई पावर प्लांट को नुकसान पहुंचा। ब्लैस सी पर्ल के नाम से मशहूर ओडेशा शहर में तो ब्लैकआउट हो गया। UNESCO द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल किया गया ये शहर अंधेरे में डूब गया। जानकारी के मुताबिक रूस की ओर से दागी गई कुछ मिसाइलें ओडेशा के दो पावर प्लांट पर गिरीं जिसकी वजह से बिजली सप्लाई ठप हो गई।
हवाई हमलों से कांपा यूक्रेन, अब बदले को बेचैन
रूस के हमलों से ज़ैपोरिज़्जिया में भी हाहाकार मच गया। यहां रूसी सेना ने यूक्रेन की बिछाई गई माइन्स को तबाह कर दिया और शहर पर जमकर बमबारी की। डोनबास पर भी हवाई हमला किया, जिसके बाद वहां चारों तरफ धुआं ही धुआं नज़र आया। रूस की सेना ने SU-25 फाइटर जेट से यूक्रेन पर हमले का एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें रूसी लड़ाकू विमान आसमान से प्रहार करते दिखे। हालांकि, यूक्रेन ने दावा किया कि उसने रूसी मिसाइलों के साथ उसके दो फाइटर जेट भी मार गिराए हैं। रूस के हमलों का यूक्रेन ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया और उसे खेरसॉन और लुहांस्क इलाकों में तगड़ी चोट पहुंचाई। यूक्रेन की सेना ने रूसी सैनिकों को मारने के साथ उसके घातक हथियारों को नष्ट करने का दावा भी किया, जिनमें रूसी सेना के टैंक, बख्तरबंद वाहन, हथियार डिपो और कई सैन्य अड्डे शामिल हैं।
रूसी हमलों के बाद क्या बोले वोलोदिमीर जेलेंस्की ?
यूक्रेन ने साफ कर दिया है कि वो रूसी हमलों से डरने वाला नहीं है, बल्कि पश्चिमी देशों से मिलने वाले टैंक समेत दूसरे हथियारों की मदद से रूस पर हमले तेज़ करेगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि, ‘हमारे शहरों के खिलाफ हर रूसी मिसाइल, हर ईरानी ड्रोन, जो आतंकवादी इस्तेमाल करते हैं, ये बताने के लिए काफी हैं कि हमें अधिक हथियारों की जरूरत क्यों है। केवल हथियार ही आतंकवादियों को बेअसर करते हैं।’
यूक्रेन के हाथ मजबूत या तैयार है ताबूत ?
यूक्रेन की चिंताओं को देखते हुए जर्मनी 14 लेपर्ड टैंक्स यूक्रेन को देगा, कनाडा उसे 4 लेपर्ड टैंक दे रहा है, जबकि अमेरिका 31 अब्राम्स टैंक देगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि, ‘आज मैं ये ऐलान करता हूं कि अमेरिका 31 अब्राम्स टैंक यूक्रेन को भेजेगा। सेक्रेटरी ऑस्टिन ने ऐसा करने का सुझाव दिया है क्योंकि इससे यूक्रेन की ताकत को बढ़ाया जा सकता है जिससे वो अपनी सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएगा।’