रूस के एक लड़ाकू विमान की अमेरिकी ड्रोन से टक्कर हो गई, जिससे वो काला सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अमेरिका ने तत्काल इस घटना की निंदा करते हुए इसे लापरवाही करार दिया। जानकारी के मुताबिक रूसी विमान एक सुखोई-27 लड़ाकू विमान था और इसने अमेरिकी सेना के एमक्यू-9 रीपर निगरानी ड्रोन को निशाना बनाया था। अमेरिकी वायु सेना के जनरल जेम्स हेकर ने एक बयान में कहा कि…
“हमारा MQ-9 विमान अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में नियमित अभियान चला रहा था, जब उसे एक रूसी विमान ने रोका और टक्कर मार दी, जिसके परिणामस्वरूप दुर्घटनाग्रस्त हो गया और एमक्यू -9 पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।”
अमेरिका का आरोप, पहले भी रूस कर चुका है ऐसी जुर्रत
हेकलर ने कहा कि टक्कर से पहले सुखोई एसयू-27 विमानों ने ईंधन डंप किया और एमक्यू-9 के सामने लापरवाही और गैर पेशेवर तरीके से उड़ान भरी। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को घटना के बारे में जानकारी दे दी गई है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि रूसी लड़ाकू विमान द्वारा अमेरिकी निगरानी ड्रोन को मार गिराया जाना एक अप्रत्याशित घटना है। उन्होंने कहा कि, काला सागर के ऊपर अमेरिकी विमानों के रूसी विमानों द्वारा रोकना असामान्य नहीं है। हाल के हफ्तों में अन्य इंटरसेप्ट हुए हैं।
अभियान के दौरान हुआ हवा में हादसा
अमेरिकी सेना की यूरोपीय कमान ने कहा कि एक रूसी एसयू-27 जेट लड़ाकू विमान मंगलवार को काला सागर के ऊपर एक अमेरिकी एमक्यू-9 रीपर ड्रोन से टकरा गया। अमेरिकी वायु सेना यूरोप और वायु सेना अफ्रीका के कमांडर जनरल जेम्स हेकर ने कहा, ‘हमारा एमक्यू-9 विमान अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में नियमित अभियान चला रहा था, तभी उसे रोक दिया गया और रूसी विमान ने उसे टक्कर मार दी, जिसके परिणामस्वरूप एमक्यू-9 दुर्घटनाग्रस्त हो गया और एमक्यू-9 पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।
(शुरुआती रिपोर्ट्स के आधार पर)