अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कुछ ही दिनों पहले अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई थी। अब ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर उन पर आपराधिक आरोप लगाए गए तो अमेरिका में मौत और विनाश का दौर शुरु होगा। उन्होंने कहा कि..
''किस तरह का व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति पर आरोप लगा सकता है, इस मामले में अमेरिका का एक पूर्व राष्ट्रपति, जिसे इतिहास में किसी भी मौजूदा राष्ट्रपति की तुलना में अधिक वोट मिले हैं। जबकि ये सभी को पता है कि कोई अपराध नहीं किया गया है, और ये भी पता है कि इस तरह के झूठे आरोप में संभावित मौत और विनाश हमारे देश के लिए विनाशकारी हो सकता है?''
ट्रम्प ने ट्रूथ सोशल पर ये भी भविष्यवाणी की कि वो उम्मीद कर रहे थे कि उन्हें इस मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गार्डियन की एक अलग रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व राष्ट्रपति अपनी संभावित गिरफ्तारी को ‘तमाशा’ बनाना चाहते थे और गिरफ्तारी की स्थिति में अपने कार्यालय से पुलिस की कार तक परेड कराना चाहते थे। ऐसी चिंताएं हैं कि डॉनल्ड ट्रम्प संभावित आरोपों से पहले हिंसा भड़का रहे हैं। अमेरिका की समाचार रिपोर्टों से पता चलता है कि मैनहट्टन जांच में डॉनल्ड ट्रम्प के खिलाफ अभियोग लगभग तय है।
2020 में भी ट्रंप ने की थी अमेरिका में अराजकता फैलाने की कोशिश
2020 में भी ट्रम्प ने ऐसा ही खेल खेला था। तब उन्होंने झूठा दावा किया था कि उनकी हार धोखाधड़ी का परिणाम थी। जिसके बाद उनके समर्थकों ने 6 जनवरी, 2021 को यूएस कैपिटल पर घातक हमला कर दिया था। ट्रंप चाहते थे कि डेमोक्रेटिक जो बाइडन की जीत को उनके खिलाफ आंदोलन में तब्दील कर दें। लेकिन, ट्रम्प को 7 मिलियन से अधिक वोटों से हराने वाले जो बाइडन ने ऐसा होने नहीं दिया।
ट्रंप ने मैनहट्टन के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी एल्विन ब्रैग के खिलाफ अपने हमले तेज कर दिए हैं। दरअसल, ग्रैंड जूरी इस बात पर विचार कर रही है कि 2016 के चुनाव अभियान के दौरान किए गए गुप्त भुगतान के लिए पूर्व राष्ट्रपति को दोषी ठहराया जाए या नहीं। डेनियल्स को ट्रंप की कानूनी टीम ने कथित संबंध के संबंध में चुप रहने के लिए कहा था और 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले उन्हें 1,30,000 डॉलर का भुगतान किया गया था।