Thursday, November 21, 2024
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Turkiye’s airstrike on Syria: सीरिया पर तुर्की का सबसे बड़ा ड्रोन हमला, अमेरिका ने तुर्की का एक ड्रोन मार गिराया, जानिए क्यों छिड़ी है तुर्की और सीरिया में जंग

पिछले हफ्ते अंकारा (ankara) में हुए हमले का बदला लेते हुए तुर्किए (Turkey) ने गुरुवार को सीरिया (Syria) में घुसकर कुर्द लड़ाकों के ठिकानो को निशाना बनाया (Targeted positions of Kurdish fighters)। तुर्किए (Turkey) ने हवाई हमले (airstrike) कर उत्तरी सीरिया (northern syria) में स्थित कुर्द लड़ाकों के 30 ठिकाने तबाह कर दिए। तुर्किए के रक्षा मंत्रालय की मानें तो इनमें एक तेल का कुआं, एक भंडारण सुविधा और एक सराय भी शामिल है।  दरअसल, तुर्किए ने कुर्द लड़ाकों के खिलाफ ऑपरेशन के तहत नॉर्थ सीरिया में 15 ड्रोन भेजे थे। जिन्होंने एक-एक कर टारगेट पर बम बरसाए और उन्हें मिट्टी में मिला दिया। सीरियाई सेना के मुताबिक तुर्किए की ओर से किए गए इन ड्रोन हमलों में सेना के 6 जवान और 2 लोगों की मौत हुई, जबकि कई लोग ज़ख्मी हो गए। वहीं तुर्किए की सेना ने दावा किया कि उसने ड्रोन हमलों (Drones Attack) के ज़रिए कई कुर्द लड़ाकों (Kurdish fighters) को मार गिराया। 
सोशल मीडिया पोस्ट

तुर्किए के हमले में बाल-बाल बचे सीरिया के रक्षा मंत्री

तुर्किए ने PKK यानि कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी के खिलाफ पिछले कुछ दिनों में कई बड़ी एयर स्ट्राइक्स को अंजाम दिया है। तुर्किए की वायुसेना ने कुर्द इलाकों पर 3 लड़ाकू विमानों और 21 ड्रोन्स के ज़रिए 24 हवाई हमले किए हैं। ऐसा ही एक घातक हमला गुरुवार को सीरिया के मिलिट्री अकादमी पर किया गया। ये हमला इतना भयानक था कि मिलिट्री अकादमी में शवों का अंबार लग गया। सड़क पर खून बहने लगा। हमले में करीब 100 लोग मारे गए, जबकि 125 से ज़्यादा ज़ख्मी हो गए। जिस वक्त तुर्किए ने ड्रोन अटैक किया, उससे ठीक पहले मिलिट्री अकादमी में ग्रैजुएशन सेरेमनी चल रही थी। यही नहीं इस सेरेमनी में सीरिया के रक्षा मंत्री भी शिरकत कर रहे थे। हालांकि, वो इस हमले में बाल-बाल बच गए। ड्रोन हमले से चंद मिनट पहले ही सीरिया के रक्षा मंत्री वहां निकल चुके थे। 
सोशल मीडिया पोस्ट

अमेरिका ने तुर्किए के एक ड्रोन को मार गिराया

संयुक्त राष्ट्र के साथ-साथ सुपरपावर अमेरिका ने भी सीरिया पर तुर्किए की ओर से की जा रही एयरस्ट्राइक पर चिंता जताई है। अमेरिका के F-16 लड़ाकू विमानों ने तो अपने NATO सहयोगी तुर्किए के एक ड्रोन को मार गिराया। इस ड्रोन को सीरिया में अमेरिकी बलों के लिए संभावित खतरा माना जा रहा था। पेंटागन के प्रवक्ता पैट राइडर ने कहा कि, ''स्थानीय समयानुसार करीब 11.30 बजे तुर्किए का एक ड्रोन अमेरिकी सैन्य ठिकाने की तरफ बढ़ता हुआ नज़र आया। कुछ घंटों बाद ये ड्रोन अमेरिकी सैनिकों के बिल्कुल नजदीक यानि आधे किलोमीटर से भी कम दूरी पर आ गया। अमेरिकी कमांडरों ने उसे खतरा समझा और F-16 विमान द्वारा उसे आत्मरक्षा के लिए मार गिराया गया।'' ये पहली बार है जब अमेरिका ने NATO सहयोगी तुर्किए के एक ड्रोन को मार गिराया। जिसके बाद तुर्किए रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि, जिस ड्रोन को मार गिराया गया वो उनका था ही नहीं, लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि ये ड्रोन किसका था। वहीं अमेरिका ने भी तुर्किए के साथ सहयोग करते रहने की बात कही। तुर्किए के रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि उसके मंत्री यासर गुलेर ने अमेरिका रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से बात की और आश्वस्त किया कि तुर्किए इस्लामिक स्टेट के खिलाफ अमेरिका के साथ संयुक्त लड़ाई के लिए तैयार है। 

तुर्किए और सीरिया क्यों छिड़ा है महासंग्राम ?

सवाल ये है तुर्किए बार-बार सीरिया पर हमले क्यों कर रहा है। इसकी वजह है कुर्दिस्तान की मांग, जिसे तुर्किए की सरकार अपनी संप्रभुता और अखंडता के लिए ख़तरा मानती है। दरअसल, सीरिया की कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी यानी PKK ने 1984 में कुर्द स्वायत्तता के लिए लड़ाई लड़ी थी। अब वहां की पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट यानी YPG कुर्द राष्ट्रवादी आंदोलन की शुरुआत कर सकती है। यही नहीं पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट अलग कुर्दिस्तान की मांग भी कर सकती है। तुर्किए का आरोप है कि PKK और YPG मिलकर कुर्द आंदोलन को हवा देने में जुटे हैं। ऐसे में तुर्किए में रह रहे कुर्द समुदाय के करीब 1 करोड़ 20 लाख लोगों पर इसका असर पड़ सकता है। आशंका जताई जा रही है कि तुर्किए में रह रहे कुर्द लोगों के मन में भी अलगाववाद की भावना पैदा हो सकती है। लिहाज़ा, तुर्किए ने सीरिया के उत्तर-पूर्व में पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट और उसका समर्थन करने वाली कुर्द सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यही नहीं तुर्किए की सरकार ने ‘ऑपरेशन पीस स्प्रिंग’ भी शुरु किया। जिसके तहत वो सीरिया के उन समूहों और शरणार्थियों को अपनी सीमा के पास बसाना चाहता है जो तुर्किए से मित्रतापूर्ण संबंध रखते हैं। तुर्किए की सरकार सीरिया के कुर्द और तुर्किए के कुर्द समुदाय के बीच संपर्क को तोड़ना चाहती है, ताकि तुर्किए में कोई कुर्दिस्तान की मांग ना उठा सके और उसकी संप्रभुता पर कोई आंच ना आए।

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