पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की भ्रष्टाचार के आरोप में हुई गिरफ्तारी के बाद से पूरा पाकिस्तान धधक उठा है। जगह-जगह आगजनी हो रही है। पथराव हो रहा है। गोलियां चल रही हैं। तोड़फोड़ मची है। कुल मिलाकर पाकिस्तान में गृहयुद्ध (Civil War) जैसे हालात बन गए हैं।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थकों ने इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर, कराची, गुजरांवाला, फैसलाबाद, मुल्तान, पेशावर और मर्दन समेत कई शहरों में भीषण विरोध प्रदर्शन किया है। दावा तो यहां तक किया गया कि इमरान खान के समर्थक सेना के कमांडरों और आर्मी हेड क्वाटर में घुस गए।
रावलपिंडी (Rawalpindi) में पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय पर भी हमला किया गया है।
राजधानी इस्लामाबाद सहित कई शहरों में इमरान खान की पार्टी पीटीआई के समर्थकों ने जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की है। क्वेटा में प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प में एक बच्चे की गोली लगने से मौत की खबर सामने आई है।
ये पहली बार है जब किसी विपक्षी नेता की गिरफ्तारी पर समर्थकों ने सीधे तौर पर पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) को निशाना बनाया है। रेडियो पाकिस्तान (Radio Pakistan) की इमारत में भी आग लगा दी गई है।
कराची (Karachi) में नर्सरी के पास प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए। उन्होंने पुलिस की गाड़ी पर पथराव किया, जिन्हें रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के भी गोले दागे। पाकिस्तान में हालात बेकाबू हो गए हैं। पाकिस्तान में आर्मी को गोली मारने का आदेश दिया गया है।
रावलपिंडी में सेना मुख्यालय के पास बेकाबू भीड़ पर सेना ने फायरिंग की। क्वेटा में भी पीटीआई (PTI) कार्यकर्ता पर गोली चलाई गई है।कई लोगों के हताहत होने की खबर है।
सेना प्रमुख असीम मुनीर ने बुलाई आपातकालीन बैठक
रावलपिंडी में सैन्य मुख्यालय पर हमले के बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर (Asim Munir) ने आपातकालीन बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोर कमांडरों के अलावा कई बड़े सैन्य अधिकारी शामिल हैं। बैठक में हालात पर चर्चा की गई और सरकार को हर संभव मदद का भरोसा दिया गया। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक हालात ज्यादा बिगड़ते हैं तो सेना कानून-व्यवस्था को संभाल सकती है।