Wagner Group moving towards Poland: यूक्रेन के बाद पुतिन का नया टारगेट सेट, वैगनर ग्रुप करेगा अमेरिका के दोस्त पर हमला? जानिए बेलारूस से किस तरफ बढ़ रहे रूस के खूंखार के सैनिक
रूस (Russia) और NATO देशों के बीच चल रही तकरार अब एक और मोर्चे पर युद्ध का अलार्म बजा रही है। जिस वैगनर ग्रुप (Wagner Group) ने रूस में पुतिन के तख्तापलट की नाकाम कोशिश की थी, अब वही वैगनर ग्रुप पोलैंड (Poland) की तरफ बढ़ रहा है। पोलैंड के पीएम माटुस्ज मोराविकी (Mateusz Morawiecki) के मुताबिक बेलारूस (Belarus) में मौजूद वैगनर ग्रुप के 100 से ज़्यादा लड़ाके पोलैंड बॉर्डर के काफी करीब पहुंच चुके हैं। पोलैंड के प्रधानमंत्री ने इसे खतरनाक हालात बताया है। पोलैंड की सरकार ने रूस पर आरोप लगाया है कि वो यूक्रेन की ही तरह यूरोपीय देशों को जंग की आग में झोंक कर उन्हें अस्थिर करना चाहता है।
पोलैंड को सता रहा है ‘हाइब्रिड अटैक’ का डर
पोलैंड पहले ही रूस और बेलारूस से सतर्क था। वहां की सरकार ने बेलारूस बॉर्डप पर एकी लंबी दीवार तक बना ली है। लेकिन, जिस तरह पुतिन (Putin) की प्राइवेट आर्मी यानि वैगनर लड़ाके तेज़ी से उसकी ओर बढ़ रहे हैं, उससे पोलैंड सरकार के माथे पर शिकन की लकीरें खिंच गई हैं। पोलैंड की सरकार को हाइब्रिड अटैक (Hybrid Attack) का डर सता रहा है। पोलैंड के पीएम माटुस्ज मोराविकी ने वैगनर ग्रुप के उनके बॉर्डर की ओर बढ़ने को हाइब्रिड अटैक का पहला कदम करार दिया है। यही नहीं पोलैंड के पड़ोसी देश लिथुआनिया (Lithuania) ने भी कहा की वैगनर लड़ाके खुद को छिपाने की कोशिश कर सकते हैं और उनके इलाके में घुसपैठ की तैयारी कर रहे हैं।
क्या होता है हाइब्रिड अटैक ?
वैगनर ग्रुप पोलैंड क्या वाकई हाइब्रिड अटैक की फिराक में है, इसपर से बहुत जल्द पर्दा हट जाएगा। इस सवाल का जवाब भी मिल जाएगा कि रूस एक साथ दो-दो मोर्चों पर जंग लड़ सकता है या नहीं। लेकिन, एक सवाल ये है कि हाइब्रिड हमला क्या होता है। दरअसल, जमीन के नीचे सीक्रेट विस्फोट, साइबर हमले और दुश्मन देश के खिलाफ ऑनलाइन कैंपेन 'हाइब्रिड अटैक' का हिस्सा होते हैं। किसी देश के अहम इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हमला करना भी हाइब्रिड हमले का हिस्सा होता है। इसके तहत किसी देश में होने वाले चुनाव में भी दखलंदाजी की जाती है।
पोलैंड से क्यों नाराज़ हुए पुतिन ?
वैगनर लड़ाकों के बेलारूस आने के बाद से ही पोलैंड की सरकार ने अपनी सुरक्षा को और ज़्यादा पुख्ता करने के लिए अतिरिक्त सैन्य बलों को बॉर्डर पर तैनात किया हुआ है। जबकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि, अगर पोलैंड ने बेलारूस के खिलाफ कोई भी एक्शन लिया तो वो उसे रूस पर हमला मानेंगे। यहां ये जानना भी ज़रूरी है की पोलैंड लगातार यूक्रेन की मदद कर रहा है। पोलैंड पहला NATO सदस्य देश है, जिसने यूक्रेन को लड़ाकू विमान देने का ऐलान किया है। जबकि इससे पहले वो टैंक समते कई घातक हथियार भी यूक्रेन को दे चुका है।