थल सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा 29 नवंबर को रिटायर होने वाले हैं। लिहाज़ा, पाकिस्तान में अगले सेना प्रमुख की नियुक्ति की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि पाकिस्तान का नया सेना प्रमुख वही बनेगा जो वज़ीर-ए-आज़म शहबाज़ शरीफ़ की हां में हां मिलाएगा। यही वजह है कि इमरान ख़ान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी लगातार नए सेना प्रमुख के चयन को लेकर सवाल खड़े कर रही है। हालांकि, पाकिस्तान की सेना ने छह संभावित नामों के साथ summary यानि सारांश रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ़ को भेद दी है। जहां से इस सारांश को प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंचा दिया गया है। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह, कानून मंत्री अयाज सादिक की उपस्थिति में अगले सेना प्रमुख और ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यद पद के लिए शहबाज़ शरीफ के नेतृत्व में एक बैठक भी हो चुकी है। संभावित नामों पर चर्चा का दौर जारी है, और कयास लगाए जा रहे हैं कि 24 से 25 नवंबर तक नए आर्मी चीफ के नाम पर मुहर लग जाएगी।
1 – लेफ्टिनेंट जेनरल आसिम मुनीर
लेफ्टिनेंट जेनरल सैयद असीम मुनीर सेना प्रमुख क़मर जावेद बाजवा के बाद सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं और वर्तमान में पाकिस्तान सेना में क्वार्टरमास्टर जनरल के रूप में कार्यरत हैं। लेफ्टिनेंट जेनरल मुनीर ने मंगला में ऑफिसर्स ट्रेनिंग स्कूल (OTS) कार्यक्रम के ज़रिए पाकिस्तान की सेना में एंट्री ली। उन्हें फ्रंटियर फोर्स रेजिमेंट की 23वीं बटालियन में नियुक्त किया गया। लेफ्टिनेंट जेनरल मुनीर ने जनरल बाजवा के तहत एक ब्रिगेडियर के रूप में फोर्स कमांड नॉर्दर्न एरिया में सैनिकों की कमान संभाली, जो उस समय कमांडर एक्स कोर थे। उन्हें 2017 की शुरुआत में मिलिट्री इंटेलिजेंस का महानिदेशक और अक्टूबर 2018 में ISI का महानिदेशक नियुक्त किया गया था।
2 – लेफ्टिनेंट जेनरल साहिर शमशाद मिर्ज़ा
लेफ्टिनेंट जेनरल साहिर शमशाद मिर्ज़ा पाकिस्तान सेना में एक थ्री स्टार जेनरल हैं जो वर्तमान में रावलपिंडी कोर के कमांडर के रूप में कार्यरत हैं। ये कई अहम पदों पर काम कर चुके हैं, जिसमें डायरेक्टर-जेनरल मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO), चीफ ऑफ जेनरल स्टाफ और जेनरल हेडक्वार्टर में एडजुटेंट जेनरल शामिल हैं। मिलिट्री ऑपरेशंस में अपने काम के दौरान, ये ओकारा में 40वीं इन्फैंट्री डिवीजन की कमान भी संभाल चुके हैं। लेफ्टिनेंट जेनरल साहिर शमशाद मिर्ज़ा को 1985 में सिंध रेजीमेंट की आठवीं बटालियन में सेकेंड लेफ्टिनेंट के तौर पर कमिशन मिला था। 1988 में उन्हें लेफ्टिनेंट के तौर पर प्रमोशन मिला और 1991 में कैप्टन बने थे।
3 – लेफ्टिनेंट जेनरल अज़हर अब्बास
लेफ्टिनेंट जेनरल अज़हर अब्बास पाकिस्तान सेना में एक तीन सितारा रैंकिंग जेनरल हैं और वर्तमान में चीफ ऑफ जेनरल स्टाफ (CGS) के रूप में कार्यरत हैं। जेनरल स्टाफ के प्रमुख के रूप में लेफ्टिनेंट जेनरल अब्बास रावलपिंडी में GHQ में परिचालन और खुफिया मामलों का काम देखते हैं। अब्बास को बलोच रेजीमेंट की 41वीं बटालियन में कमीशंड किया गया था।
4 – लेफ्टिनेंट जेनरल नौमान महमूद
लेफ्टिनेंट जेनरल नौमान महमूद भी सेना के अगले प्रमुख के रूप में चुने जाने की दौड़ में शामिल हैं। इन्हें हिलाल-ए-इम्तियाज़ से सम्मानित किया जा चुका है। महमूद बलोच रेजिमेंट से थे। लेकिन, अप्रैल 2019 में इन्हें लेफ्टिनेंट जेनरल बना दिया गया। महमूद ने अबतक अपने करियर में कोर कमांडर पेशावर सहित प्रतिष्ठित नेतृत्व के पदों पर काम किया है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI में महानिदेशक के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
5. लेफ्टिनेंट जेनरल फ़ैज़ हमीद
लेफ्टिनेंट जेनरल फ़ैज हमीद पाकिस्तानी सेना की बलोच रेजीमेंट के थ्री स्टार जनरल हैं। ये फिलहाल बहावलपुर कॉर्प्स कमांडर के रूप में कार्यरत हैं। पहले, उन्होंने एक वर्ष से भी कम समय के लिए पेशावर कोर के कमांडर के रूप में कार्य किया। ये पाकिस्तान की ISI के 24वें महानिदेशक के तौर भी काम कर चुके हैं।
6. लेफ्टिनेंट जेनरल मोहम्मद आमेर
मोहम्मद आमेर को पाकिस्तानी सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट में कमीशन किया गया था। उन्होंने विभिन्न स्टाफ, निर्देशात्मक और कमांड असाइनमेंट्स पर काम किया है। एक ब्रिगेडियर के रूप में आमेर 2011 से 2013 तक राष्ट्रपति आसिफ़ अली ज़रदारी के सैन्य सचिव भी रहे हैं। मेजर जेनरल के रूप में मोहम्मद आमेर ने 2017-18 से लाहौर में 10 इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली। जबकि, 11 सितंबर 2019 को उन्हें लेफ्टि