रूस के साथ पिछले 10 महीनों से युद्ध में दो-दो हाथ कर रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की अमेरिका पहुंचे। हालांकि, कल तक इस दौरे को लेकर दोनों देशों की ओर से कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया था। लेकिन, गुरुवार को जैसे जेलेंस्की को लेकर अमेरिकी सेना का विमान एंड्रीव पहुंचा पूरी दुनिया हैरान रह गई। एंड्रीव एयरपोर्ट पर अमेरिकी अधिकारियों ने जेलेंस्की की अगुवाई की और उन्हें एक बुलेटफ्रुफ गाड़ी में बिठाकर रवाना किया। जेलेंस्की का मोटरकेड भारी सुरक्षा के साथ वाइट हाउस पहुंचा। वाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और उनकी पत्नी जिल बाइडन ने जेलेंस्की का स्वागत किया।
वाइट हाउस से पुतिन को Last Warning!
जो बाइडन और वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच वाइट हाउस में कई घंटे लंबी मीटिंग हुई। इस मीटिंग में दोनों नेताओं के बीच रूस से युद्ध और आपसी सहयोग के मुद्दे को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान वाइट हाउस से जेलेंस्की और बाइडन ने रूस को सख्त संदेश दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन की तारीफ की और कहा कि
”मैं बड़ी ही ईमानदारी से कहना चाहता हूं कि यूक्रेन के लोग ना सिर्फ हमें, बल्कि पूरी दुनिया को प्रेरित कर रहे हैं। अपनी बहादुरी और भविष्य के लिए जिस तरह से लड़ रहे हैं वो प्रेरित करने वाला है“।
जबकि वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बाइडन की प्रशंसा करते हुए उन्हें अपने एक सैनिक का हाइमर्स मेडल तोहफे में दिया, जिसने जेलेंस्की को ये मेडल खुद बाइडन को देने के लिए कहा था। जेलेंस्की ने कहा कि
”अमेरिका जिस तरह यूक्रेन की मदद कर रहा है उससे हम अभिभूत हैं। रूस के खिलाफ युद्ध में एक शख्स जो असली हीरो और असली कप्तान है, उसने अपने अवार्ड को आगे बढ़ाने के लिए कहा है। उसने मुझसे अपना अवॉर्ड राष्ट्रपति बाइडन को देने के लिए कहा है।”
एक सैनिक द्वारा भेजे गए हाइमर्स मेडल को पाकर बाइडन बेहद खुश हुए और उसे I LOVE YOU कहा। इसके बाद दोनों नेताओं ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाइडन ने यूक्रेन को 1.85 बिलियन अमेरिकी डॉलर की सैन्य सहायता देने की घोषणा की। यही नहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुतिन पर भी निशाना साधा, और कहा कि वो युद्ध समाप्त करने के मूड में नहीं हैं। जबकि जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वो भी शांति चाहते हैं, लेकिन, वो इसके लिए अपने देश की संप्रुभता के साथ समझौता नहीं करने वाले।
अमेरिकी संसद से जेलेंस्की का जुबानी हमला
वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी कांग्रेस यानि संसद को संबोधित किया। स्पीकर नैंसी पेलोसी के स्वागत के बाद जब जेलेंस्की सीनेट में दाखिल हुए तो सभी सीनेटर्स और ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। इससे गदगद जेलेंस्की ने अमेरिकी संसद में धमाकेदार भाषण दिया। उन्होंने कहा कि, यूक्रेन जिंदा है और धावा बोल रहा है। रूसी घुसपैठियों का हमारे ऊपर कोई काबू नहीं रहा है। मैं आपसे ये बात इसलिए साझा कर रहा हूं क्योंकि ये हमारी पहली संयुक्त जीत है। जब जेलेंस्की अमेरिकी संसद में भाषण दे रहे थे तब वहां के सीनेटर्स कई बार खड़े हुए और तालियां बजाकर उनकी हौंसलाअफज़ाई की। जेलेंस्की ने स्पीकर नैंसी पेलोसी और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को यूक्रेन युद्ध में शामिल सैनिकों का साइन किया हुआ यूक्रेनियन झंडा भी दिया।
यूक्रेन को मिलने वाला है अमेरिकी ब्रह्मास्त्र !
अमेरिका दौरे पर पहुंचे जेलेंस्की को बाइडेन प्रशासन ने पेट्रियट मिसाइल देने का वादा किया है। ये एक ऐसी मिसाइल है जो रूसी हमलों को नाकाम करने के साथ यूक्रेन के शहरों को सुरक्षित रखने में कारगार साबित होगी।
- घातक पैट्रियट मिसाइल की क़ीमत क़रीब 8.28 करोड़ रुपये है
- पैट्रियट मिसाइल कमांड सेंटर, रडार स्टेशन और लॉन्चर्स के साथ आती है
- तोपखाने यानी आर्टिलरी की भाषा में इन सबको मिलाकर एक बैट्री कहा जाता है
- पैट्रियट मिसाइल 40 किलोमीटर से 160 किलोमीटर तक तक मार कर सकती है
- इस मिसाइल को पॉइंट डिफ़ेंस सिस्टम भी कहा जाता है
- इसका इस्तेमाल शहरों या अहम जगहों की हिफ़ाज़त के लिए किया जाता है
- इस मिसाइल का इस्तेमाल करने के लिए यूक्रेन की सेना को ट्रेनिंग दी जाएगी
गुस्साए पुतिन अब करेंगे ‘शैतान’ का इस्तेमाल !
एक विदेशी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन से जारी युद्ध में अपने हाइपरसोनिक शैतान-2 परमाणु मिसाइल का इस्तेमाल करने की योजना बना रहे हैं। इस मिसाइल की मारक क्षमता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ये ब्रिटेन को महज़ छह मिनट में तबाह कर सकती है। इस मिसाइल को SARMAT RS-28 के तौर पर भी जाना जाता है। ये इतनी ताकतवर है कि करीब 18 हज़ार किलोमीटर दूर मौजूद टारगेट को पलक झपकते ही राख में तब्दील कर सकती है। जानकारी के मुताबिक पुतिन ने बुधवार को इस मिसाइल की तैनाती और इस्तेमाल को लेकर अपने मिलिट्री प्रमुखों से मुलाकात भी की है।