राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पूर्व प्रमुख एमएस गोलवलकर (MS Golwalkar) के बारे में सोशल मीडिया पर एक विवादास्पद पोस्ट साझा करने के आरोप में इंदौर पुलिस ने कांग्रेस (Congress) नेता दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) के खिलाफ मामला दर्ज किया है। ये मामला स्थानीय वकील और आरएसएस कार्यकर्ता राजेश जोशी (Rajesh Joshi) द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद दर्ज किया गया था।
दिग्विजय सिंह के खिलाफ शनिवार रात भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें 153-ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 469 (प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जालसाजी) शामिल है।
RSS कार्यकर्ता राजेश जोशी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह ने दलितों, पिछड़े वर्गों, मुसलमानों और हिंदुओं के बीच संघर्ष पैदा करके लोगों को उकसाने के लिए फेसबुक पर एक विवादास्पद पोस्टर साझा किया, जिसमें "गुरुजी" के नाम से मशहूर गोलवलकर का नाम और तस्वीर थी। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि गोलवलकर पर दिग्विजय की पोस्ट ने कथित तौर पर संघ कार्यकर्ताओं और पूरे हिंदू समुदाय (Hindu Community) की धार्मिक मान्यताओं को आहत किया है।
दिग्विजय सिंह ने शनिवार को एक पेज की तस्वीर ट्वीट की थी जिसमें पूर्व आरएसएस प्रमुख के हवाले से कई विवादास्पद टिप्पणियां थीं। गोलवलकर को ये कहते हुए उद्धृत किया गया था कि वो दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों को समान अधिकार दिलाने के बजाय ब्रिटिश शासन (British rule) के अधीन रहना पसंद करेंगे। जबकि, गोलवलकर सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले आरएसएस प्रमुख थे और 1940-73 तक संगठन के शीर्ष पर थे।