Saturday, July 27, 2024
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Earthquake: उत्तराखंड से कोलंबो तक हाहाकारी भूकंप की आशंका, जापान में दिखा ज़लज़ले का ट्रेलर

श्रीलंका की राजधानी कोलंबो और उत्तरी राजधानी जाफना में भारतीय भूवैज्ञानिकों की भविष्यवाणी के अनुसार हिमालय रेंज में आने वाले किसी भी शक्तिशाली भूकंप का असर महसूस किए जाने की संभावना है। स्थानीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अथुला सेनारत्ने ने संवाददाताओं से कहा कि अगर भारत में आठ तीव्रता का भूकंप आता है तो इसे कोलंबो और जाफना में महसूस किया जाएगा। सेनारत्ने ने कहा कि दो साल पहले हिमालय रेंज में पांच तीव्रता का भूकंप आया था और कोलंबो में लोग इमारतों से बाहर भी आ गए थे। उन्होंने कहा कि संबंधित क्षेत्र वो जगह है जहां यूरेशियन और इंडो-ऑस्ट्रेलियाई प्लेटें संघर्ष में आ सकती हैं। सेनारत्ने हैदराबाद स्थित नेशनल जियोफिजिकल इंस्टीट्यूट द्वारा भारत के उत्तराखंड क्षेत्र में संभावित उच्च तीव्रता वाले भूकंप की चेतावनी का जिक्र कर रहे थे। वैज्ञानिकों का मानना है कि हिमालयी इलाके में तुर्की की तरह का विनाशकारी भूकंप आ सकता है, जिसका असर उत्तराखंड समेत कई राज्यों में हो सकता है।

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जापान में हिली ज़मीन, सुनामी का अलर्ट नहीं

जापान के उत्तरी द्वीप होक्काइडो के पूर्वी हिस्से में शनिवार को 6.1 तीव्रता का भूकंप आया। हाालंकि सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर अर्थ साइंस एंड डिजास्टर रेजिलिएंस (NIED) के अनुसार, भूकंप नेमुरो प्रायद्वीप में 61 किलोमीटर (38 मील) की गहराई पर आया। किसी के हताहत होने या नुकसान की तत्काल कोई खबर नहीं है। होक्काइडो में दो नगरपालिकाओं में भूकंप जापान के 7-पॉइंट तीव्रता पैमाने पर निचले 5 के रूप में दर्ज किया गया, जो जमीन की गति को मापता है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के मुताबिक ये आमतौर पर एक ऐसा स्तर है जहां सामान अलमारियों से बाहर गिर जाता है और फर्नीचर एक जगह से खिसक कर दूसरी जगह जा सकते हैं।

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जापान में भूकंप आम हैं, जो प्रशांत "रिंग ऑफ फायर" पर बैठता है औक तीव्र भूकंपीय गतिविधि का एक चाप जो दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत बेसिन में फैला हुआ है। देश में सख्त निर्माण नियम हैं जिनका उद्देश्य ये सुनिश्चित करना है कि इमारतें मजबूत भूकंप का सामना कर सकें। यही नहीं बड़े झटके की तैयारी के लिए नियमित रूप से आपातकालीन अभ्यास भी आयोजित किए जाते हैं।
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