जेल में बंद समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। यूपी पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड और फर्जी पासपोर्ट रखने के मामले में जिन चार बांग्लादेशी नागरिकों को कानपुर से गिरफ्तार किया था, उनके तार इरफान सोलंकी और समाजवादी पार्टी के एक पार्षद मन्नू रहमान से जुड़ते दिख रहे हैं। रिजवान नाम के जिस बांग्लादेशी नागरिक को पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया था, उसके और उसके परिवार को मिले कैरेक्टर सर्टिफिकेट इरफान सोलंकी के निकले हैं। कानपुर के ज्वाइंट सीपी आनंद तिवारी ने बताया कि, ”विधायक जी ने इनको सर्टिफिकेट दिया था कि विधायक जी इनको भली-भांति जानते हैं, और विधायक जी ने इनको और इनके परिवार को एक बार नहीं कई बार सर्टिफाइ किया।” पुलिस ने दावा किया है कि विधायक सोलंकी का एक लेटरहेट भी मिला है, जिसमें आरोपी को भारतीय नागरिक बताया गया है। जबकि, पार्षद मन्नू रहमान की तरफ़ से जारी आरोपी का निवास प्रमाण पत्र भी बरामद किया गया।
कानपुर पुलिस ने कैसे खोला आरोपी रिज़वान का कच्चा चिट्ठा ?
कानपुर पुलिस को आरोपी की हरकतों के संदिग्ध होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद कानपुर पुलिस ने इन पर नजर रखनी शुरू की। शुरुआती तहकीकात में शक होने पर इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बताया गया कि पूछताछ में आरोपी ने मान लिया कि वो बांग्लादेशी नागरिक है, जिसका असली नाम रिज़वान है। लेकिन उसने फर्जी नामों से कुल तीन बांग्लादेशी और इंडियन पासपोर्ट बनवा रखे थे। इसके अलावा रिजवान के परिवार के सदस्यों के भी दो-दो पासपोर्ट मिले। इन्हीं पासपोर्टों के आधार पर इसने पाकिस्तान, बांग्लादेश, थाइलैंड, मालदीव, नेपाल, मलेशिया की यात्रा की थी। पुलिस को इनके पास से कई फर्जी आधार कार्ड भी मिले। कानपुर के ज्वाइंट सीपी आनंद तिवारी ने बताया कि, ”ये सब आधार कार्ड हैं, और ये फर्जी दस्तावेज के आधार पर बनाए गए फर्जी आधार कार्ड हैं।”
- पुलिस को मुख्य आरोपी रिजवान के पास से फर्जी दस्तावेज और विदेश यात्राओं की जानकारी मिली है
- उसके जासूस होने, देश विरोधी काम में लिप्त होने और हवाला कारोबारी होने का शक बढ़ गया है
- आरोपी रिज़वान के घर से 14 लाख से ज्यादा की नकदी, विदेशी करंसी और आभूषण भी मिले हैं
अब केंद्रीय एजेंसी करेगी जांच, विधायक इरफान सोलंकी पर आंच !
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कानपुर पुलिस ने इसकी जानकारी केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी दे दी है, ताकि सच तक पहुंचा जा सके। इस पूरे मामले में कानपुर पुलिस सपा विधायक इरफान सोलंकी और पार्षद मन्नू रहमान की भूमिका की भी जांच करेगी। इसके लिए उसने रिज़वान के पास से मिले दस्तावेजों पर इनके दस्तखत की फॉरेंसिक जांच कराने की तैयारी कर ली है। जबकि, अब तक की पूछताछ में पुलिस को पता चला कि 2016 से कानपुर में रहने वाले रिजवान ने यहीं शादी भी की थी, जिससे उसका एक बेटा और दो बेटियां हैं।