मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग ने रामकथा आयोजित की थी। लेकिन, ये रामकथा का आयोजन विवादों में तब्दील हो गयी। रामकथा के दौरान कवि कुमार विश्वास ने संघ को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी। जिसके बाद वो बीजेपी और आरएसएस के निशाने पर आ गए। बीजेपी के नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर कुमार विश्वास ने माफी नहीं मांगी, तो उनकी रामकथा किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे।
मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा उज्जैन में तीन दिवसीय रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। इसमें रामकथा कवि कुमार विश्वास अपने उद्बोधन के माध्यम से सुना रहे हैं। लेकिन, राम कथा के दौरान कुमार विश्वास ने आरएसएस और वामपंथी दलों पर तीखा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि…
”संघ के लिए काम करने वाले एक युवक ने बजट के पहले मुझसे पूछा कि बजट कैसा होना चाहिए? तो मैंने इस सवाल पर संघ के कार्यकर्ता को कहा कि, जहां वामपंथी कुपढ़ है तो वहीं तुमलोग अनपढ़ हो।”
कुमार विश्वास ने इस पूरे परिप्रेक्ष्य में रामायण का भी उदाहरण दिया। ये भी कहा कि भगवान राम के समय कौन सा बजट पेश किया जाता था? दरअसल, कुमार विश्वास ने रामराज्य को लेकर संघ के स्वयंसेवक पर निशाना साधा। बीजेपी और संघ के नेताओं ने कुमार विश्वास पर हमला बोला है। बीजेपी ने कहा है कि अगर कुमार विश्वास मंच से माफी नहीं मांगेंगे, तो उज्जैन में उनका कार्यक्रम नहीं होने दिया जाएगा। वहीं कुमार विश्वास ने इस मामले में कहा कि वो सिर्फ एक उदाहरण मात्र दे रहे थे। वो जिस लड़के का जिक्र कर रहे थे, उसे लिखने-पढ़ने की सलाह मात्र दे रहे थे।