आपने अक्सर सुना होगा कि अगर टूटता हुआ तारा (Falling Star) दिखे और उस दौरान कोई विश (Wish) मांगो तो जरूर पूरी होती है। अगर आप भी इस पर यकीन रखते हैं, तो कि कल की रात आपके लिए उम्मीदों वाली 'सिल्वर नाइट' होने वाली है। क्योंकि कल यानि 12 अगस्त की रात एक या दो नहीं बल्कि हजारों की संख्या में तारे टूटकर गिरेंगे (Thousands of Stars will Fall)। तो फिर देर किस बात की। आप भी पूरी विश लिस्ट लेकर तैयार रहिए।
इन टूटते तारों को सामान्य भाषा में उल्का पिंड (Meteorite) भी कहते हैं। जब ये टूटते हैं तो आसमान में चमकीला सा रॉकेट जैसा नजारा दिखता है। तारों के टूटने को लेकर नासा की एक रिपोर्ट भी वायरल हो रही है। जिसमें कहा जा रहा है कि भारी मात्रा में उल्का पिंड गिरने वाले हैं। रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि 11 और 12 अगस्त की मध्यरात्रि हर घंटे 200 उल्का पिंड गिर सकते हैं।
अब सवाल ये कि ये टूटते हुए तारे या उल्का पिंड होते क्या है? वैज्ञानिकों के मुताबिक उल्का पिंड अंतरिक्ष में घूमते जब धरती के वायुमंडल (Atmosphere) में पहुंचते हैं तो उनकी रफ्तार 20 किमी प्रति सेकेंड यानी कि 72 हजार किमी प्रति घंटे तक होती है। इतनी तेज गति होने की वजह से इनमें आग लग जाती है और इसी वजह से ये चमक बिखेरते हैं। और फिर टूटते तारे की तरह लगते हैं।