न्यूज़क्लिक के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ और एचआर प्रमुख अमित चक्रवर्ती को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। दोनों को आतंकवाद विरोधी कानून UAPA (anti-terror law UAPA) के तहत दर्ज मामले में गिरफ्तार किया गया था। आरोप थे कि न्यूज़क्लिक को चीन समर्थक प्रचार के लिए पैसे मिले। अधिकारियों ने बताया कि दोनों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। गिरफ्तारी के बाद न्यूज़क्लिक से जुड़े 30 स्थानों पर पुलिस की छापेमारी हुई। उन्होंने कहा कि मामले के संबंध में कई पत्रकारों से पूछताछ की गई और पुरकायस्थ और चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया गया। 6 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ के बाद सभी पत्रकारों को जाने दिया गया। न्यूज़क्लिक के संस्थापक और एचआर प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद ऑनलाइन मीडिया फर्म से जुड़े 30 स्थानों पर पुलिस ने बड़े पैमाने पर तलाशी ली। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने आरोप लगाया कि न्यूज़क्लिक को चीन (China) से अवैध विदेशी फंडिंग (illegal foreign funding) मिली है।
दिल्ली (Delhi) में न्यूज़क्लिक (NewsClick) के कार्यालय को पुलिस ने मंगलवार को सील कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 46 संदिग्धों से पूछताछ की गई। अधिकारी उनके लैपटॉप और मोबाइल फोन समेत डिजिटल उपकरणों और दस्तावेजों को जांच के लिए साथ ले गए। इससे पहले, पुलिस ने विभिन्न मुद्दों पर 25 सवालों की एक सूची तैयार की थी जिसमें उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगे, विदेश यात्रा का विवरण और किसानों का आंदोलन शामिल था। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPIM) के महासचिव सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) का आधिकारिक आवास पं. रविशंकर शुक्ला लेन उन जगहों में से एक था जहां पुलिस ने उनके कर्मचारी से पूछताछ करने के लिए छापा मारा था। बताया जाता है कि सीताराम येचुरी के साथी का बेटा न्यूज़क्लिक के साथ काम करता है।
CPI(M) नेता सीताराम येचुरी ने इस मामले में चल रही जांच को राजनीति से प्रेरित होने की संभावना जताते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि, ''जांच अधिकारी बिना किसी सूचना या नोटिस के आए थे। शुरू में, उन्होंने कहा कि वो कुछ बैंक ऋण के बारे में पूछताछ करने आए थे। अंत में, जब वो अंदर आए, तो उन्होंने कहा कि ये न्यूज़क्लिक के संबंध में है।" उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी उनके आवास पर करीब दो घंटे तक बैठे रहे और कई सवाल पूछे। सीपीआई-एम नेता ने कहा, ''जब उन्हें कुछ नहीं मिला, तो उन्होंने उनके स्टाफ के बेटे का लैपटॉप और फोन ले लिया।'' सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक जांच का हवाला देते हुए हाल ही में दावा किया था कि न्यूज़क्लिक के मनी ट्रेल से "भारत विरोधी एजेंडा" का पता चला है।
Strongly condemn the arrest of NewsClick editor Prabir Purkayastha under draconian UAPA without framing any charges. For nearly 4 years no charges have been framed for detained Bhima Koregaon UAPA detainees! pic.twitter.com/wKqThq5zgm
अभी न्यूज़क्लिक पर आरोप लगे हैं, देश से गद्दारी का मामला है, चीन से पैसे लेकर भारत विरोधी एजेंडा (Anti India Agenda) चलाने का आरोप है। आरोप अगर सच साबित हुए तो न्यूज़क्लिक से जुड़े लोगों को सज़ा भी होगी। लेकिन, पुलिस और खुफिया एजेंसियों की तफ्तीश के बीच I.N.D.I अलायंस ने इस ऑनलाइन समाचार पोर्टल को क्लीन चिट देने की कोशिश की है। विपक्ष का I.N.D.I अलायंस न्यूज़क्लिक के साथ एकजुटता में आगे आ गया है। गठबंधन ने एक बयान में पुलिस कार्रवाई की कड़ी निंदा की और इसे मीडिया पर ताजा हमला बताया। I.N.D.I अलायंस ने अपने बयान में कहा है कि, ''अब पत्रकारों और तकनीशियनों पर छापे के जरिए न्यूज़क्लिक को निशाना बनाया जा रहा है। इस तरह के ज़बरदस्त सत्तावादी हमले केवल उन लोगों के खिलाफ किए जाते हैं जो सत्ता के सामने सच बोलने का साहस करते हैं जबकि नफरत और हिंसा भड़काने वालों को संरक्षण दिया जाता है।''
विपक्षी गठबंधन का पत्र
जांच के दायरे में अभिसार और उर्मिलेश जैसे पत्रकार
बताया जा रहा है कि न्यूज़क्लिक मामले में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश को भी पुलिस थाने ले गई थी, जहां उनसे पूछताछ हुई। इसके अलावा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एक टीम ने पत्रकार (Journalist) अभिसार शर्मा (Abhisar Sharma) के नोएडा एक्सटेंशन स्थित घर से उनके लैपटॉप समेत कई सामान ज़ब्त कर लिए। इसके बाद इस मामले में पूछताछ के लिए अभिसार शर्मा को स्पेशल सेल अपने ऑफिस ले आई। बता दें कि ये ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल भारत में चीन समर्थक प्रचार के लिए अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम से कथित तौर पर धन प्राप्त करने को लेकर सुर्खियों में आई थी।