Nirmala Sitharaman lashes out at Obama: निर्मला सीतारमण का ओबामा को करारा जवाब, भारतीय अल्पसंख्यकों ने भी लगाई लताड़, जानिए अमेरिका से संबंधों पर वित्त मंत्री ने ऐसा क्या कहा कि बाइडन हुए परेशान
केंद्रीय वित्त मंत्री (Union Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने रविवार को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा (Barack Obama) पर निशाना साधते हुए भारत में मुसलमानों की सुरक्षा पर उनकी टिप्पणी पर सवाल उठाया। निर्मला सीतारमण ने कहा कि, ओबामा के शासन में संयुक्त राज्य अमेरिका ने छह मुस्लिम-बहुल देशों पर बमबारी की थी और 26,000 से अधिक बम गिराए गए थे। उन्होंने कहा कि, ''ये आश्चर्य की बात थी कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर थे, तो एक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति (बराक ओबामा) भारतीय मुसलमानों पर बयान दे रहे थे।"
निर्मला सीतारमण ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को 13 देशों से सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार मिले हैं, जिनमें छह देश मुस्लिम बहुल (Muslim Countries) हैं। वित्त मंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्ष के इशारे पर अल्पसंख्यकों (minorities) के साथ किए जा रहे व्यवहार पर निराधार आरोप लगाने के लिए संगठित अभियान चलाया जा रहा है क्योंकि विपक्ष मोदी के नेतृत्व में बीजेपी को चुनावी तौर पर नहीं हरा सकता है।
निर्मला सीतारमण ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग (USCIRF) के आरोपों पर भी आपत्ति जताई और कहा कि भारत अमेरिका के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना चाहता है, लेकिन वो इस तरह के बयान सुनकर आश्चर्यचकित हैं। उन्होंने कहा कि, ''हम अमेरिका (America) के साथ अच्छी दोस्ती चाहते हैं। लेकिन वहां से भी भारत में धार्मिक सहिष्णुता के बारे में यूएससीआईआरएफ की टिप्पणी आती है और पूर्व राष्ट्रपति भी हास्यास्पद बयान देते हैं।''
इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने ओबामा पर उनकी टिप्पणियों को लेकर निशाना साधा था। एक सोशल मीडिया पोस्ट का जवाब देते हुए उन्होंने दावा किया था कि भारत में कई "हुसैन ओबामा" (Hussain Obama in India) हैं और उनकी प्राथमिकता होगी उनसे निपटना।
There are many Hussain Obama in India itself. We should prioritize taking care of them before considering going to Washington. The Assam police will act according to our own priorities. https://t.co/flGy2VY1eC
गुरुवार को CNN को दिए एक इंटरव्यू में बराक ओबामा ने कहा था कि, अगर धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों को बरकरार नहीं रखा गया तो भारत अलग हो सकता है। उन्होंने कहा था कि ''अगर (अमेरिकी) राष्ट्रपति प्रधान मंत्री मोदी से मिलते हैं, तो हिंदू बहुसंख्यक भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का उल्लेख करना उचित है। अगर मेरी प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत हुई, जिन्हें मैं अच्छी तरह से जानता हूं, तो मेरे तर्क का एक हिस्सा ये होगा कि यदि आप भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं, तो इस बात की प्रबल संभावना है कि भारत किसी बिंदु पर अलग होना शुरू हो जाएगा।''
पीएम मोदी से भी अल्पसंख्यकों को लेकर पूछा गया था सवाल
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे पर भी जब मोदी से सवाल-जवाब का सेशन आया था, तो उस वक्त भी वॉल स्ट्रीट जर्नल की पत्रकार सबरीना सिद्दिकी ने मोदी से भारत में अल्पसंख्यकों पर हो रहे कथित अत्याचार को लेकर सवाल पूछा था। जिसका जवाब मोदी ने अपने ही अंदाज़ में दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि, 'लोकतंत्र हमारी रगों में हैं। हम लोकतंत्र को जीते हैं। हमारे यहां लोकतंत्र में जाति, पंथ या धर्म के आधार पर किसी के साथ भेदभाव का सवाल ही नहीं है। जैसा राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि लोकतंत्र भारत और अमेरिका के डीएनए में है। इसलिए भेदभाव का कोई सवाल ही नहीं है। हमारा देश संविधान से चलता है।'
मिस्र में भारतीय मुसलमानों से मिलते पीएम मोदी
भारतीय अल्पसंख्यकों ने ओबामा को ऐसे दिया जवाब
I belong from religious Minority Of India but I live freely with my religious freedom and religious identity in Prime Minister Narendra Modi's India, I have equal share in every resource here, I have the freedom to speak whatever I want in India. I also have the freedom to write… https://t.co/Op2f7W95OS
I belong to a minority group in Modi's India – Christian. I'm extremely happy and have all the democratic rights and freedom to take part in my religious customs and activities. I don't convert people.
India is the safest place for all religions today.