खुद को मुस्लिमों का ठेकेदार समझने वाले OIC को भारत ने कड़ी फटकार लगाते हुए उसकी औकात दिखाई है। दरअसल रामनवमी शोभायात्राओं के दौरान देश में कई जिलों में हुए हमलों के मामले में OIC कूद पड़ा। OIC ने न सिर्फ घड़ियाली आंसू बहाए, बल्कि इस हमले को मुस्लिमों के खिलाफ संगठित हमला बताया और इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिस पर भारत ने उसे कड़ी फटकार लगाई।
OIC ने भारत पर क्या-क्या तोमहतें लगाई
रामनवमीं पर बिहार, बंगाल और महाराष्ट्र में शोभायात्राओं पर हमला और उसके बाद भड़की हिंसा को लेकर OIC ने चिट्ठी जारी की है। OIC महासचिव की इस चिट्ठी में बिहारशरीफ इलाके में हुई हिंसा का जिक्र है। लिखा है कि अतिवादी हिन्दुओं ने मदरसों को निशाना बनाया और उनकी लाइब्रेरी को आग लगाकर जला दिया।
भारत ने OIC को दिखाई औकात
विदेश मंत्रालय ने OIC को कड़ी फटकार लगाई। विदेश मंत्रालय ने कहा कि OIC के इस बयान की भारत कड़े शब्दों में निंदा करता है। ये उसकी सांप्रदायिक मानसिकता और भारत विरोधी एजेंडे का एक और उदाहरण है, जिसे हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
खुद को मुस्लिमों का ठेकेदार मानता है OIC
OIC 57 मुस्लिम देशों का संगठन है, जिसकी स्थापना साल 1969 में की गई थी। संगठन इस्लाम के प्रभाव का विस्तार करने का दावा करता है। हालांकि जब कट्टरपंथी जिहादी संगठनों की ओर से धर्म के नाम पर हिंसा की जाती है, तब संगठन अपना मुंह नहीं खोलना, चुप्पी साधे रहता है, मगर दूसरे समुदायों से जुड़े मामलों में फौरन कूद पड़ता है।