जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections) का वक्त करीब आ रहा है, विपक्ष (Opposition) एकजुट होकर अपना दम दिखाने की तैयारी में जुटा है। पटना के बाद अब बेंगलुरू में विपक्ष की बड़ी बैठक (Big meeting of opposition in Bengaluru) होनी है। बैठक में कुल 25 राजनीतिक दलों (Political parties) के शामिल होने की संभावना है। ये बैठक 18 जुलाई को होगी। खबर है कि उससे एक दिन पहले कांग्रेस पार्टी (congress party) ने डिनर (Dinner) रखा है। 17 जुलाई को सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) विपक्षी पार्टियों (Opposition Paries) के नेताओं को रात्रिभोज (Dinner) पर आमंत्रित कर सकती हैं। बैठक के लिए आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को भी निमंत्रण (Invitation) दिया गया है।
8 नई पार्टियों को साथ जोड़ने की कवायद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बेंगलुरू (Bangalore) में होने वाली इस बैठक (Meeting) में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) भी शामिल हो सकती हैं। खबर है कि इस बार की मीटिंग के लिए कांग्रेस ने आठ नई पार्टियों को भी निमंत्रण (Invitation to eight new parties) भेजा गया है। दरअसल विपक्ष की कोशिश हैं कि बीजेपी के मुकाबले के लिए पूरे विपक्ष को एकजुट (unite the opposition) किया जाए। इसीलिए 8 नई पार्टियों को भी जोड़ने की कवायद चल रही है।
इन नई पार्टियों को भेजा गया निमंत्रण
-इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग -ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक -मरूमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके) -कोंगु देसा मक्कल काची (केडीएमके) -विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) -रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) -केरल कांग्रेस (जोसेफ) -केरल कांग्रेस (मणि)
23 जून को पटना में भी हुई थी विपक्षी दलों की बैठक
इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी, जिसमें करीब 17 पार्टियों ने हिस्सा लिया था। इस बैठक में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, ममता बनर्जी, शरद पवार समेत अन्य विपक्षी नेता शामिल हुए थे। आम आदमी पार्टी ने कहा था कि अगर कांग्रेस दिल्ली अध्यादेश मुद्दे पर पार्टी का समर्थन नहीं करती है तो वो विपक्षी एकता से अलग हो जाएगी।