समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मुलायम सिंह यादव को मरणोपरान्त पद्म विभूषण सम्मान दिया गया। उनके बेटे और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ये सम्मान लिया। राष्ट्रपति भवन में बुधवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों ये सम्मान प्राप्त किया। पिछले साल लंबी बीमारी के बाद मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया था। हालांकि, समाजवादी पार्टी के नेताओं ने मांग की थी कि मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न सम्मान मिलना चाहिए।
परिवार के साथ सम्मान लेने पहुंचे थे अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों अपने पिता के बदले पद्म विभूषण पुरस्कार लिया। इस दौरान उनकी पत्नी डिंपल यादव भी मौजूद रहीं जो मैनपुरी सीट से लोकसभा सांसद हैं। अपने पिता की ओर से सम्मान ग्रहण करने के लिए अखिलेश यादव अपनी पत्नी के सात बुधवार सुबह ही दिल्ली पहुंच गए थे।
पद्म पुरस्कारों का क्या है इतिहास ?
हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की जाती है। इस वर्ष दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा को पद्म विभूषण देने का ऐलान हुआ था। मणिपुर बीजेपी के अध्यक्ष थौनाओजम चौबा सिंह और त्रिपुरा के दिवंगत नेता नरेंद्र चंद्र देबवर्मा को पद्म श्री से सम्मानित करने की घोषणा हुई थी। पद्म पुरस्कार यानी पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में शामिल हैं। इन पुरस्कारों की स्थापना साल 1954 में हुई थी।