सार्क देशों के पत्रकारों के संगठन SAARC journalist forum ने एक बैठक में अपना सम्मेलन दिल्ली में जनवरी के महीने (जनवरी, 2023) में करने का निर्णय लिया है। इस सम्मेलन में नेपाल, बंग्लादेश, भूटान,श्रीलंका, मालदीव और अफ़ग़ानिस्तान समेत देश भर के पत्रकारों के शामिल होने की उम्मीद है। जनवरी के महीने में होने वाले इस सम्मेलन की लगभग सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है और पत्रकार संगठनों से राय भी मांगी गयी है। इस सम्मेलन के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के खालसा कॉलेज के हिन्दी विभाग को संयुक्त आयोजक के रूप में चुना गया है। जबकि, संगठन के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष राजू लामा ने तैयारियों को लेकर संतोष ज़ाहिर किया और आशा जताई है कि सम्मेलन काफी सफल रहेगा। इस सम्मेलन से दक्षेस देशों में पत्रकारिता की स्थिति और उसके समक्ष चुनौतियों को भी जाना जा सकेगा।
पत्रकारिता के क्षेत्र में होगी नई क्रांति, पत्रकार हित में क़ानून की मांग पर रहेगा ज़ोर
इंडिया चैप्टर के अध्यक्ष अनिरुद्ध सुधांशु ने बताया कि दक्षेस राष्ट्रों के पत्रकारों को एक साथ एक मंच पर आने से पत्रकारिता के क्षेत्र में एक नई क्रांति होगी। उन्होंने कहा कि, ”हम इस सम्मेलन में भारत का ही प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हैं, बल्कि उन तमाम पत्रकारों का भी प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जो भारत के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे हैं। हम सम्मेलन में भारत भर से पत्रकारों को आमंत्रित कर रहे हैं कि वो हमारे साथ आएं और पत्रकारिता के अधिकारों के लिए संघर्ष में खड़े हो।” इस दौरान अनिरुद्ध सुधांशु ने ये भी कहा कि दिन ब दिन पत्रकार और पत्रकारिता पर हो रहे हमलों से मुकाबलेने के लिए पत्रकार हित में कानून बनाने की मांग भी की जा रही है।
भारत-भूटान के पत्रकारों की दिल्ली में मुलाक़ात, क्या हुई बात ?
SAARC जर्नलिस्ट फोरम इंडिया और भूटान के पत्रकारों के एक डेलिगेशन की मुलाक़ात नई दिल्ली के होटल में हुई। भूटानी डेलीगेशन के प्रमुख रिंगजिंग वांगचुक और इंडिया चैप्टर के अध्यक्ष अनिरुद्ध सुधांशु ने इस मुलाकात को दोनों देशों के पत्रकारों के लिए बहुत अहम बताया। इस दौरान भूटान में पत्रकारिता की स्थिति पर चर्चा हुई और वहाँ के पत्रकारों को भारत आने का न्योता भी दिया। भारत आये ये भूटानी पत्रकार भारत के विभिन्न हिस्सों में घूमकर कुछ नया सीखने और जानने को लालायित दिखे। उन्होंने इस मुलाकात पर खुशी ज़ाहिर की और भारत में होने वाले सम्मेलन में हिस्सा लेने की सहमति भी जतायी। भारत के इंडिया चैप्टर के उपाध्यक्ष जकारिया जी ने कहा कि, ”हम कॉन्फ्रेंस में हर तरह से सहयोग करेंगे और संगठन को ऊंचाई पर ले जाएंगे।”