- भायंदर की खाड़ी में श्रद्धा का मोबाइल फेंकने का दावा
- दिल्ली और मुंबई पुलिस कर रही है मोबाइल की तलाश
- श्रद्धा के मोबाइल में मर्डर से जुड़े सबूत होने की संभावना
श्रद्धा हत्याकांड में जंगल, पहाड़, तालाब के बाद अब खाड़ी में भी सबूत की तलाश शुरू हो गई है। इसकी वजह आफताब का पुलिस को दिया गया बयान है। दरअसल, अपने बयान में आफताब ने श्रद्धा का मोबाइल फ़ोन भायंदर की खाड़ी में फेंकने का दावा किया था। जैसे ही दिल्ली पुलिस (Delhi police) की पूछताछ में आफताब ने इस रहस्य से पर्दा हटाया, जांच अधिकारी ने ये ख़बर मुंबई (Mumbai) में अपनी टीम को दी। जिसके बाद दिल्ली पुलिस का जांच दल मुंबई पुलिस के साथ भायंदर की खाड़ी में पहुंच गया। यहां नाव से उस जगह पहुंचने की कोशिश की, जहां आफताब ने मोबाइल फ़ोन फेंकने का दावा किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ भायंदर की खाड़ी (Bhayandar creek) में पहुंची टीम के साथ कुछ गोताखोर भी थे। ये सर्च ऑपरेशन घंटों चला, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा।
आरोपी आफ़ताब की शातिर चाल, दिल्ली पुलिस हुई बेहाल
आफताब (Aftab) ने शुरुआती पूछताछ में श्रद्धा के मोबाइल फ़ोन को लेकर अनजान बनने की कोशिश की। जब जांच अधिकारियों ने मोबाइल फोन के बारे में बार-बार पूछा तो उसने गुमराह करने की कोशिश शुरू कर दी। उसने महरौली के जंगल और तालाब जैसी जगहों की ग़लत जानकारी दी। लेकिन, जब आफताब पर श्रद्धा के मोबाइल फ़ोन की सही जानकारी देने का दबाव बढ़ा, तो उसने इस बार इसका नया पता भायंदर की खाड़ी बताया। हालांकि, पुलिस को पहले से ही शक था कि आफताब ने श्रद्धा के फ़ोन को दिल्ली के बाहर कहीं नष्ट किया, जिसके महाराष्ट्र में होने का अंदेशा था। पुलिस आफताब की किसी बात पर पूरी तरह भरोसा नहीं कर रही। लेकिन, वो सबूत और सुराग़ की जानकारी देने के लिए वो जो कुछ भी बताता है, पुलिस उस ठिकाने पर जाने में देरी नहीं करती। इसलिए एक दिन पहले जैसे ही भायंदर की खाड़ी का सुराग मिला, पुलिस वहां पहुंच गई।
श्रद्धा मर्डर केस में आफताब के ख़िलाफ़ श्रद्धा का मोबाइल फ़ोन अहम सबूत साबित होगा। इसलिए पुलिस उसे हर हाल में बरामद करना चाहती है। यही वजह रही कि पहले दिन भायंदर की खाड़ी में फोन नहीं मिला तो दिल्ली और मुंबई पुलिस की साझा टीम गोताखोरों को लेकर दूसरे दिन भी आफताब की बताई जगह पर पहुंच गई। भायंदर की खाड़ी में श्रद्धा का मोबाइल फ़ोन फेंके जाने का भेद आफताब ने पुलिस की पूछताछ में खोला। आफताब ने जांच टीम को बताया कि..
1. श्रद्धा के लापता होने के बाद उसके पिता ने माणिकपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
2. इसके बाद पुलिस ने उसे दो बार पूछताछ के लिए दिल्ली से मुंबई बुलाया।
3. दिल्ली से मुंबई अपने घर पहुंचने के बाद उसे पकड़े जाने का डर लगा तो उसने माणिकपुर थाना जाते वक़्त भायंदर की खाड़ी में श्रद्धा का फ़ोन फेंक दिया।
दिल्ली पुलिस को श्रद्धा हत्याकांड में मुंबई में जिन लोगों से पूछताछ करनी थी, वो क़रीब क़रीब हो चुकी है। दिल्ली लौटने से पहले जांच एजेंसी इस अहम सबूत को भायंदर की खाड़ी से खंगाल कर निकाल लेना चाहती है, क्योंकि ये केस अब दिल्ली पुलिस के लिए साख का सवाल बन चुका है।