हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद मुश्किलों का सामना कर रहा अडानी समूह हर उस कोशिश में जुटा है, जिससे निवेशकों का भरोसा जीता जा सके। अब राहत की खबर ये है कि अडानी ग्रुप को मोटी रकम मिली है, यानि कि पैसे की कमी नहीं है। समूह ने लेनदारों से कहा है कि उसने एक सॉवरेन वेल्थ फंड से $3 बिलियन का ऋण प्राप्त किया है। यही नहीं दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि संप्रभु धन निधि से क्रेडिट लाइन को $ 5 बिलियन तक बढ़ाया जा सकता है। इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों के मुताबिक संकटग्रस्त समूह शॉर्ट-सेलर हमले के बाद अपने क्रेडिट प्रोफाइल के बारे में चिंताओं को कम करना चाहता है।
अडानी समूह को कहां से मिला कर्ज़ ?
ज्ञापन में संप्रभु धन कोष की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है जिसने अडानी समूह को कर्ज़ देने का ऐलान किया है। लेकिन, अडानी प्रबंधन द्वारा बॉन्डधारकों को बताए जाने के एक दिन बाद एक ताजा धन उगाहने की योजना की खबर आई है। बताया जा रहा है कि अडानी समूह मार्च के अंत तक $ 690 मिलियन से $ 790 मिलियन के शेयर-समर्थित ऋणों को प्रीपे या चुका सकता है।
रोड शो से मजबूत होगी साख ?
अडानी समूह इस सप्ताह सिंगापुर और हॉन्ग कॉन्ग में एक निश्चित आय वाले रोड शो का आयोजन करने वाला है ताकि शेयर की कीमतों में भारी गिरावट और एक नियामक जांच के बीच निवेशकों का विश्वास बढ़ाया जा सके। हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी की रिपोर्ट के बाद से अडानी समूह की सात सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार मूल्य में 140 बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है, जिसमें स्टॉक हेरफेर और टैक्स हेवन के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया गया है, और कर्ज के स्तर पर चिंता व्यक्त की गई है।