टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में मिली हार के बाद भारत न्यूज़ीलैंड के दौरे पर गई। कीवियों को 20-20 में हराया तो उम्मीद जगी की भारतीय टीम पटरी पर लौट रही है। लेकिन, शिखर धवन की अगुआई में भारत वनडे सीरीज़ गंवा बैठा। इसके बाद बारी आई बांग्लादेश के खिलाफ़ वनडे सीरीज की। तीन मैचों की इस वनडे सीरीज़ का पहला मैच मीरपुर में खेला गया। बांग्लादेश ने इस मैच में भारत को 1 विकेट से हरा दिया। फिर बारी आई दूसरे वनडे मैच की। मैदान भी वही था और नतीजा भी वही रहा। बांग्लादेश ने भारत को 5 रन से हरा दिया। बांग्लादेश ने बैक टू बैक सिर्फ दो मैच ही नहीं जीते, बल्कि दुनिया की सबसे तगड़ी टीम को आईना दिखा दिया। बांग्लादेश ने कैसी क्रिकेट खेली ये अलग मुद्दा है। लेकिन, भारत ने जैसी क्रिकेट खेली वैसी तो टीम इंडिया जैसी एक पेशेवर टीम से अपेक्षा बिल्कुल नहीं की जाती।
कोच राहुल द्रविड़ का रोना, ”हारने की वजह ‘पूरी टीम’ का ना होना”।
भारतीय टीम की बांग्लादेश के हाथों लगातार दो मैचों में हार और सीरीज़ गंवाने के बाद टीम के कोच राहुल द्रविड़ से क्या उम्मीद की जा सकती थी। यही कि वो आएंगे और बहाने बनाकर निकल जाएंगे। हुआ भी ऐसा ही। जानते हैं राहुल द्रविड़ ने क्या कहा। उन्होंने कहा कि फुल स्ट्रेंथ टीम नहीं होने की वजह से टीम इंडिया सीरीज हार गई। यही नहीं राहुल ये भी कहा कि..
”पिछले दो सालों में हम टी-20 को काफी अधिक प्राथमिकता दे रहे थे क्योंकि दो वर्ल्ड कप खेलने थे। अगले आठ-दस महीनों में हमारी प्राथमिकता वनडे क्रिकेट होगी। और हर फॉर्मेट में ढलना इतना आसान नहीं है।” – राहुल द्रविड़, कोच, टीम इंडिया
इसे कहते हैं अव्वल दर्जे की बहानेबाज़ी। ऐसी की सुनने वाले भी ये कहने पर मजबूर हो जाएं कि भाई कोई और बहाना बना लेते। क्योंकि, बांग्लादेश दौरे पर गई टीम इंडिया में सीनियर और युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है। ऐसे खिलाड़ी हैं जो इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ चुके हैं। ऐसे खिलाड़ी हैं जो खेल के सभी फॉर्मेट में खुद को ढाल सकते हैं। मसलन, विराट कोहली, रोहित शर्मा, श्रेयस अय्यर, शिखर धवन, केएल राहुल, दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर और अक्षर पटेल। लेकिन, फिर भी राहुल द्रविड़ को लगता है कि उनके पास पूरी टीम नहीं थी और खिलाड़ी टी-20 के बाद वनडे क्रिकेट में खुद को ढाल नहीं पाए। अब सवाल ये है कि राहुल द्रविड़ की विनिंग टीम कॉम्बिनेशन में बचा कौन। क्या वो सूर्य कुमार यादव, हार्दिक पंड्या, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार सरीखे खिलाड़ियों की बात कर रहे हैं। और अगर हां, तो क्या वो ये भूल गए हैं कि ये तमाम खिलाड़ी भी तो टी-20 विश्व कप में थे, वहां इन्होंने क्या चमत्कार कर दिया। हार्दिक, सूर्य कुमार यादव और कोहली को छोड़ कोई भी अपनी छाप नहीं छोड़ सका था। दरअसल, गलती टीम इंडिया से ज्यादा टीम मैनेजमेंट की है। बार-बार टीम कॉम्बिनेशन से छेड़छाड़ और उल-जुलूल प्रयोग की वजह से भारतीय टीम के प्रदर्शन का ग्राफ गिरता जा रहा है।
वेंकटेश प्रसाद और सहवाग ने उड़ाई टीम इंडिया की धज्जियां
बांग्लादेश में भारत की शर्मनाक हार की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है। पाकिस्तान के मज़े ले रहा है। वहीं भारतीय क्रिकेट के दिग्गज वीरेंद्र सहवाग और वेंकटेश प्रसाद ने भी टीम इंडिया को जमकर खरी खोटी सुनाई। सहवाग और वेंकटेश प्रसाद ने टीम में बदलाव पर जोर दिया। सहवाग ने ट्वीट करके यहां तक कह दिया कि अपनी परफॉर्मेंस क्रिप्टो से भी तेज़ गिर रही है। ये सतर्क होने का समय है। जागने का समय है।
वहीं सिलेक्टर बनने की रेस में दिख रहे वेंकटेश प्रसाद ने तो भारतीय टीम को नंगा कर दिया। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि, ”दुनियाभर में भारत कई फील्ड्स में नया कर रहा है, मगर जब बात सीमित ओवर क्रिकेट खेलने की आती है तो हमारी अप्रोच दशकों पुरानी है। 2015 वर्ल्ड कप में पहले राउंड में ही बाहर होने के बाद इंग्लैंड ने मुश्किल और कड़े फैसले लिए थे और इसके बाद एक शानदार टीम बन गई। भारत को भी कड़े फैसले लेने की जरूरत है।”
वेंकटेश प्रसाद ने आगे कहा कि, ”जब से आईपीएल की शुरुआत हुई है और हमने एक भी टी-20 वर्ल्ड कप नहीं जीता है और पिछले 5 साल में तो वनडे में भी और खराब हो गए हैं। अपनी गलतियों से नहीं सीख रहे हैं और वनडे क्रिकेट में शानदार टीम बनना तो दूर की बात है।”
टीम इंडिया की फिटनेस पर सवाल,विश्व कप से पहले बुरा हाल ?
बांग्लादेश दौरे पर गए भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा चोटिल हैं। दीपक चाहर, कुलदीप भी चोटिल होकर बांग्लादेश दौरे से बाहर हो चुके हैं। जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा भी चोटिल हैं। ऋषभ पंत भी पूरी तरह फिट नहीं हैं। मोहम्मद शमी भी चोट से जूझ रहे हैं। अब देखना ये है कि ये तमाम अहम खिलाड़ी कबतक फिट हो पाते हैं। जबकि, माथे पर वनडे विश्न कप भी है। अक्टूबर 2023 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया पर अतिरिक्त दबाव होगा क्योंकि इस बार ये टूर्नामेंट भारत में ही हो रहा है।