IPL की धूम, चकाचौंध, खिलाड़ियों पर पैसों की बारिश, क्रिकेट की दुनिया में भारत का रुआब और BCCI की बेहिसाब कमाई से पाकिस्तान के आंसू निकलने लगे हैं। मारे जलन के पाकिस्तान सियासतदान भारत और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के खिलाफ ज़हर उगलने लगे हैं। ऐसे बोल बोलने लगे हैं जैसे कोई उनका हक छीन रहा हो। इस तरह आगबबूला हो रहे हैं जैसे पाकिस्तानी क्रिकेटरों को IPL में ना खिलाकर हिंदुस्तान ने गुनाह-ए-अज़ीम कर दिया हो। पाकिस्तान के सियासतदानों में BCCI से जलने वालों की फेहरिस्त तो बहुत लंबी है, लेकिन इस फेहरिस्त में टॉप पर पहुंचने के लिए फिलहाल इमरान खान एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहे हैं।
IPL और BCCI की कमाई की वजह से पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इमरान खान बौखला उठे हैं। दरअसल, एक इंटरव्यू में इमरान खान से जब IPL को लेकर सवाल पूछा गया तो उनकी बौखलाहट सामने आई। पहले तो उन्होंने भारत-पाकिस्तान के खराब रिश्तों की दुहाई दी, और उसके बाद लगे BCCI के खिलाफ ज़हर उगलने। इमरान खान ने कहा कि….
''मुझे ये अजीब लगता है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड पाकिस्तान के खिलाड़ियों को IPL नहीं खेलने देता। इससे सिर्फ अहंकार की बू आती है। मगर पाकिस्तान के पास भी अब बेहतर सुपर लीग है और विदेशी खिलाड़ी भी पाकिस्तान आते हैं। मैं सोचता हूं कि अगर भारत पाकिस्तानी खिलाड़ियों को IPL नहीं खेलने देता है तो पाकिस्तान को चिंता नहीं करनी चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान के पास बेहद काबिल युवा क्रिकेटर्स हैं।''
बीसीसीआई के खिलाफ इमरान का प्रॉपगैंडा
अरे भाई, बोर्ड हमारा, टूर्नामेंट हमारा, स्टेडियम हमारा और फैसला हमारा, हम चाहें पाकिस्तानी खिलाड़ियों को IPL में खिलाएं, चाहें तो ना खिलाएं। भला तुम कौन होते है बताने वाले। लेकिन नहीं जी, अपनी सत्ता संभालने में नाकाम होने वाले फेल नेता इमरान खान को यहां भी घुसना है। उन्हें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को टारगेट करके अपनी छवि चमकानी है। लिहाज़ा, खुद अहंकार की चादर लपेटे नियाज़ी ने BCCI पर ही अहंकारी होने का आरोप मढ़ दिया। इमरान खान ने कहा कि…
''क्रिकेट की दुनिया में भारत जिस तरह सुपरपावर की तरह बर्ताव कर रहा है, ये बेहद गलत और अहंकारी रवैया है। वो क्रिकेट खेलने वाले दूसरे देशों के मुकाबले ज्यादा फंड जुटाते हैं, इसलिए मुझे लगता है कि उनका व्यवहार एक तानाशाह जैसा हो गया है और वो महाशक्ति के रूप में हुक्म चलाते हैं कि उन्हें किसके साथ खेलना है और किसके साथ नहीं''
इमरान खान को कौन समझाए कि इसमें गलत क्या है। ताकतवर मुल्क अपनी थोड़ी बहुत बात तो मनवाएगा ही। लेकिन, पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और एक्स पीएम इमरान खान को तो इस बात का दर्द है कि BCCI की वजह से एशिया कप की मेज़बानी उसके हाथों से लगभग छिन चुकी है। पाकिस्तान जाने से भारत ने इनकार कर दिया है और किसी न्यूट्रल जगह पर मैच होना लगभग फिक्स है। ऐसे में इमरान खान करते भी तो क्या करते। सियासत में सेना की वजह से हाशिए पर जा चुके नियाज़ी BCCI के खिलाफ बोलकर ही फ्री की पब्लिसिटी और भारत के खिलाफ प्रॉपगैंडा फैलाने लगे। लेकिन, इमरान खान को याद रखना चाहिए कि ये उन्हीं का मुल्क है जहां श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हमला हुआ था। ये उन्हीं का मुल्क है जहां दुनिया की टॉप टीमें अब से कुछ महीनों पहले तक आने से कतराती थीं। अब दूसरे देशों की क्रिकेट टीमें आती भी हैं तो अपनी सुरक्षा का बंदोबस्त खुद देखने और करने के बाद। तो BCCI और भारतीय क्रिकेट के खिलाफ ज़हर उगलने वाले इमरान खान के लिए सिर्फ दो लाइनें…
तुम जलन बेहिसाब रखना..
हम जलवे बरकरार रखेंगे।।