इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ रावलपिंडी टेस्ट के पहले ही दिन रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी। ना सिर्फ पाकिस्तान की तथाकथित पेस बैटरी की हवा निकाल दी, बल्कि बेन स्टोक्स की टीम ने तीन मैचों की सीरीज़ के पहले मैच के पहले ही दिन 500 से अधिक रन बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इंग्लैंड की टीम टेस्ट मैच के पहले दिन 500 या उससे अधिक रन बनाने वाली दुनिया की पहली टीम बन गई। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1910 में 494 रन बनाए थे।
रावलपिंडी में रन और रिकॉर्ड बरसे, पाकिस्तानी गेंदबाज़ विकेट को तरसे
- इंग्लैंड की टीम ने टेस्ट मैच के पहले दिन सबसे अधिक 506 रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
- वो टेस्ट मैच के पहले दिन 500 के आंकड़े को छूने वाली दुनिया की पहली टीम भी बन गई।
- टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ये पहली बार हुआ जब मैच के पहले दिन एक दो नहीं बल्कि चार-चार खिलाड़ियों ने शतक लगाए।
- टेस्ट मैच के पहले सत्र में सबसे अधिक 174 रन का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी इंग्लैंड ने अपने नाम किया।
- जैक क्राउली और बेन डकेट ने मिलकर सबसे तेज दोहरे शतक की साझेदारी का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया।
- जैक क्राउली ने 86 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और टेस्ट में इंग्लैंड के लिए सबसे तेज शतक लगाने वाले सलामी बल्लेबाज बने
- हैरी ब्रूक इंग्लैंड के लिए टेस्ट में सबसे तेज़ शतक लगाने वाले तीसरे खिलाड़ी बने। हैरी ब्रूक और बेन डकेट ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक भी इसी मैच में लगाया।
इंग्लैंड का ‘Bazball’ तूफान, बाबर ब्रिगेड में त्राहिमाम
इंग्लैंड की टीम ने रावलपिंडी में टेस्ट नहीं बल्कि वनडे की तरह बैटिंग की। वो भी इस आक्रामक अंदाज़ में कि पाकिस्तान के तूफानी गेंदबाज़ भी पनाह मांगते नज़र आए। दरअसल, इसके पीछे है इंग्लिश टीम की बैज़बॉल रणनीति। ब्रैंडन मैक्कुलम जब से इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कोच बने थे, उसके बाद से बैज़बॉल टर्म क्रिकेट जगत में लोकप्रिय हो गया। इसका मतलब आक्रामक क्रिकेट खेलना था। जिसका मुज़ाहिरा इंग्लैंड की टीम ने रावलपिंडी टेस्ट के पहले दिन पेश किया। इंग्लैंड के दोनों ही ओपनर्स अटैकिंग क्रिकेट खेलते दिखे। इंग्लैंड ने सिर्फ 9वें ओवर में अपने 50 रन, 14वें ओवर में 100 रन और 30.1 ओवर में 200 रन पूरे कर लिए थे। चार विकेट गिरने के बावजूद इंग्लैंड के बल्लेबाज़ रुके नहीं बल्कि धावा बोलते रहे।