Saturday, July 27, 2024
HomeखेलStory of Yashasvi Jaiswal's struggle: आईपीएल में शतक जड़कर यशस्वी ने रचा...

Story of Yashasvi Jaiswal’s struggle: आईपीएल में शतक जड़कर यशस्वी ने रचा इतिहास, जानिए कैसे पानी-पुरी बेचकर क्रिकेटर बनने का किया सपना पूरा

यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने अपने आईपीएल करियर की पहली सेंचुरी ठोंकी। मुंबई (Mumbai)  के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले यशस्वी को होम ग्राउंड में खेलने का मौका मिला था और इस मौके को उन्होंने एतिहासिक पारी में तब्दील कर दिया। राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के लिए उन्होंने अपने घरेलू मैदान वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede Stadium) में रोहित शर्मा की मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के खिलाफ शतक जड़ दिया। ओपनिंग करने उतरे यशस्वी ने छक्के से अपना खाता खोला था जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 53 गेंदों पर उन्होंने अपनी सेंचुरी पूरी की। इस दौरान उन्होंने 13 चौके और 6 छक्के भी जड़े। ये IPL में उनका पहला शतक है, जबकि इस सीजन में ये तीसरी IPL सेंचुरी है।

IPL में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी

  • मनीष पांडे (RCB) – 19 साल, 253 दिन – सेंचुरियन, 2009
  • ऋषभ पंत (DC) – 20 साल, 218 दिन – दिल्ली, 2018
  • देवदत्त पडिक्कल (RCB) – 20 वर्ष, 289 दिन – मुंबई, 2021
  • यशस्वी जायसवाल (RR) – 21 वर्ष, 123 दिन – मुंबई, 2023
  • संजू सैमसन (DC) – 22 साल, 151 दिन – पुणे, 2017
यशस्वी जायसवाल की पुरानी तस्वीर

पानी-पुरी बेचने से लेकर भूखे पेट सोने तक, जानिए यशस्वी के संघर्ष की प्रेरणादायक कहानी

यशस्वी का पूरा नाम यशस्वी भूपेंद्र कुमार जायसवाल है। यशस्वी जायसवाल LIST A क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज भी हैं। यशस्वी के कोच का नाम ज्वाला सिंह है। यशस्वी का जन्म 28 दिसंबर 2001 को सुरियावां उत्तर प्रदेश में हुआ था। वो बहुत ही गरीब घर से हैं। यशस्वी के पिता एक हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं। उकने पांच भाई-बहन हैं।

कोच ज्वाला सिंह की ट्रेनिंग से बढ़ा यशस्वी का यश

10 साल की उम्र में ही यशस्वी आजाद मैदान में क्रिकेट प्रशिक्षण लेने के लिए दादर (मुंबई) चले गए। चूंकी दादर आज़ाद मैदान से थो़ड़ा दूर था इसलिए वो पड़ोस में ही शिफ्ट हो गए।

यशस्वी को एक डेयरी की दुकान में काम करने के बदले रहने की जगह मिली। हालांकि, किुछ दिनों के बाद दुकानदार ने उन्हें निकाल दिया।

अब यशस्वी के पास रहने के लिए कोई ठिकाना नहीं था, इसलिए वो मैदान में ग्राउंड्समैन के साथ टेंट में रहने लगे। कभी-कभी उनके पिता कुछ पैसे भेजते थे लेकिन उससे यशस्वी का काम नहीं चल पाता था।

अक्सर उन्हें भूखा सोना पड़ता था।वो अपना पेट भरने के लिए पानी-पुरी बेचते थे। 3 साल तक ऐसा ही चलता रहा। लेकिन एक बार जब वो नेट्स में अभ्यास कर रहे थे तो लोकल कोच ज्वाला सिंह ने उन्हें बल्लेबाजी करते देखा।

जिसके बाद यशस्वी की किस्मत ने करवट ली। यशस्वी जायसवाल के माता-पिता ने ज्वाला सिंह को यशस्वी का कानूनी गार्डियन बनाया और उन्हें पावर ऑफ अटॉर्नी भी दी।

यशस्वी का परिवार
अपने माता-पिता के साथ यशस्वी जायसवाल
यशस्वी जायसवाल के क्रिकेटर की अहम तारीखें
- 7 जनवरी 2019 - रणजी ट्रॉफी में मुंबई के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया और 20 रन बनाए
- 28 सितंबर 2019 - विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई के लिए लिस्ट ए क्रिकेट में अपना डेब्यू किया
- दिसंबर 2019 - अंडर -19 क्रिकेट विश्व कप के लिए भारत की टीम में चुना गया, टॉप स्कोरर बने, सेमीफाइल में पाकिस्तान के खिलाफ शतक लगाया
- 2020 - IPL नीलामी में यशस्वी जायसवाल को राजस्थान रॉयल्स ने 2.40 करोड़ रुपये में खरीदा था 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related Posts

Most Popular